राजनांदगांव।कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कोविड-19 की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए इसके सुरक्षात्मक उपाय हेतु टीकाकरण जागरूकता के लिए सर्वधर्म समाज की बैठक ली। कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय टीकाकरण है। महाराष्ट्र में कोविड-19 के डेल्टा प्लस वेरियेंट मिलने से जिले में अधिक सावधानी रखने की जरूरत है, इससे बचने के लिए टीका एक सुरक्षा कवच है। टीका से ही हम स्वयं को, अपने परिवार एवं मित्रों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं। कोरोना का वायरस म्यूटेट होता है और इसके विभिन्न वेरियेंट आ रहे हैं, ऐसे में टीकाकरण से ही सुरक्षा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि समाज प्रमुख होने के नाते सभी अपने-अपने समाज के नागरिकों को शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें। समाज प्रमुख इसके लिए अभियान चलाकर नागरिकों को जागरूक करें। जिन्होंने वैक्सीन का पहला डोज लगवा लिया है, वे दूसरा डोज जरूर लगाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना मानव सभ्यता के लिए गंभीर बीमारी है। यह एक युद्ध की तरह है। कोरोना से युद्ध के लिए सबसे अच्छा उपाय कवच टीका है। टीका लगाने से जीवन बचाया जा सकता है। किसी व्यक्ति का जीवन बचाना मानव जीवन में पुण्य का कार्य होता है।
सभी समाज प्रमुख अपने समाज के व्यक्तियों को प्रेरित करे। मानवता के इस कार्य में सभी समाज प्रमुख महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूरा करें। समाज का शत-प्रतिशत टीकाकरण एक उदाहरण के रूप में साबित होगा। टीकाकरण में किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए, यह पूरी तरह सुरक्षित है। टीका का कवच पूरे समाज के व्यक्तियों को पहनाना है। इसके लिए प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी कोरोना एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन करना जरूरी है। सोशल डिस्टेसिंग, मास्क लगाना और हाथों को बार-बार सेनेटाईज करते रहे।
उन्होंने कहा कि सभी समाज के लोग ने कोविड-19 की विषम परिस्थितियों के दौरान सहयोग किया है, यह प्रशंसनीय है। इसी तरह टीकाकरण में भी प्रशासन का सहयोग करें और लोगों को प्रेरित करें।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि जिले में सभी के प्रयासों से टीकाकरण किया जा रहा है। जिसमें सभी सामाजिक संगठनों का सहयोग रहा है। कोविड-19 की दूसरे लहर के दौरान अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं ने टीका लगवाया था और वे सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा कि सभी समाज के प्रत्येक व्यक्ति का टीकाकरण होना चाहिए। गर्भवती माताएं और कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को टीका नहीं लगाना है।
जो व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हुए थे, वे तीन महीने बाद टीका लगाएं। कोविड-19 के डेल्टा प्लस वैरियेंट के लिए वैक्सीन कारगर उपाय है। कोविड-19 के लक्षण आने पर तत्काल जांच कराएं। इससे गंभीर स्थिति आने से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर से बच्चों को सुरक्षित रखना है। कोई भी व्यक्ति बाहर से घर आने पर स्वयं को सेनेटाईज करें, इसके बाद ही परिवार के सदस्यों से मिले। जिले में अभी तक 5 लाख से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा चुका है।
शेष नागरिकों के शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए कार्य करें। इस मौके पर सर्व समाज प्रमुखों द्वारा कोविड-19 में किए गए कार्यों और कोरोना टीकाकरण के लिए विभिन्न स्तर पर किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, डीपीएम गिरीश कुर्रे, जैन समाज, निरंकारी समाज, पटेल समाज, बोहरा समाज, मसीह समाज, साहू समाज, देवांगन समाज, सिन्हा समाज, सतनामी समाज, यादव समाज, ब्राम्हण समाज, राजपूत क्षत्री समाज, कायस्थ समाज, बौद्धिष्ट समाज, अग्रवाल समाज, आदिवासी हल्बा समाज, आदिवासी समाज, निषाद समाज, मुस्लिम समाज, धीवर समाज, नाई समाज, लोहार समाज, धोबी रजक समाज एवं अन्य समाजों के प्रमुख उपस्थित थे।