रायपुर। बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहां है कि तखतपुर इलाके में हुई किसान आत्महत्या की घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका यह भी कहना है कि छत्तीसगढ़ में सरकारी विभागों को वसूली का टारगेट दिया गया है। जिसके चलते किसानों और आम लोगों के काम बिना रिश्वत के नहीं हो रहे हैं। इसी वजह से ऐसी घटनाएं हो रही है।बिलासपुर जिले के तखतपुर तहसील में राजा कापा के किसान छोटू राम की आत्महत्या के मामले पर अजय चंद्राकर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि किसान छोटूराम ने अपने सुसाइड नोट में अपनी आत्महत्या के लिए पटवारी को जिम्मेदार ठहराया है। इसकी निष्पक्ष जांच से ही सही स्थिति सामने आएगी। लेकिन इस दुखद मामले में जिस तरह सुसाइड नोट में पटवारी का नाम सामने आ रहा है उससे स्थिति चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण दिखाई दे रही है।
अजय चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। यहां के लोग भगवान भरोसे अपना जीवन बसर कर रहे हैं। उन्होंने इस बात को जोर देकर कहा कि दरअसल छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों को वसूली का टारगेट दिया गया है। जिसकी वजह से सरकारी विभागों में किसानों और आम लोगों का कोई काम बिना रिश्वत दिए नहीं हो रहा है। इसका ही नतीजा है कि सरकार का सिस्टम बेलगाम हो गया है और इस सिस्टम से प्रताड़ित होकर लोग आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं।