बिलासपुर—लगातार अनिश्चित कालीन हड़ताल और धरना प्रदर्शन के बाद प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी संविदाकर्मियों को एक नहीं दो तोहफा दिया। पहले तो विभाग में काम करने वाले सभी संविदाकर्मियों को सरकारी वेतन का 27 प्रतिशत अतिरिक्त वेतन देने का एलान किया। साथ ही राजपत्र में प्रकाशित कर सभी संविदाकर्मियों को आकस्मिक अवकाश की संख्या को बढाने का भी एलान किया है।
जानकारी देते चलें कि पिछले एक महीने चले अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद शासन ने प्रदेश के सभी संविदाकर्मियों को सरकारी वेतन का 27 प्रतिशत बढ़़ाने का एलान किया। इसके साथ ही कुछ अन्य शर्तों पर रजामन्दी के बाद संविदाकर्मियों ने धरना प्रदर्शन छोड़कर काम काज पर लौटे। बावजूद इसके नियमितिकरण की मांग पुरी नहीं होने पर संविदाकर्मियों ने आक्रोश जाहिर किया। शासन ने संविदाकर्मियों की मांग को राजपत्र में भी प्रकाशित किया।
इसके अलावा सरकार के निर्देश पर शासन ने राजपत्र में प्रकाशित कर संविदाकर्मियों को अवकाश का भी तोहफा दिया है। राजपत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार अब संविदाकर्मियों को साल में मिलने वाले 18 आकस्मिक अवकाश को बढ़ाकर 30 दिन कर दिया है। खबर मिलने के बाद संविदाकर्मियों ने खुशी तो जाहिर किया है। लेकिन नियमितिकरण की उम्मीद की डोर को पकड़ कर रखा है।
राजपत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है यदि किसी किसी मामले को लेकर विभागीय जांच में संविदा कर्मी दोषी पाया जाता है। और न्यायालय से दोष सिद्द होता है तो शासन के निर्देश और नियमों के तहत कर्मचारी को सेवा से प्रतिस्थापित भी किया जा सकता है।