केरोसिन लेकर एसपी कार्यालय पहुंचा आत्मदाह करने..पुलिस ने धर दबोचा..11 लाख की ठगी का मामला..एडिश्नल ने बताया..ऐसे दर्ज होगा अपराध

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बिलासपुर–पुलिस कप्तान कार्यालय परिसर में आत्मदाह की नीयत से पहुंचे व्यक्ति को पुलिस ने कब्जे में लिया। फरियादी महेंद्र कश्यप ने बताया कि ब्रोकर ने उसने 11 लाख रूपए बिल्डर को दिया। लेकिन अभी तक जमीन नहीं मिली है। लगातार पुलिस और थाने का चक्कर काट रहा है लेकिन न्याय नहीं मिल रहा।
        पुलिस कप्तान कार्यालय के सामने आत्मदाह की नीयत से कैरोसिन लेकर पहुंचे व्यक्ति को पुलिस ने आनन फानन में थाना प्रभारी परिवेश तिवारी और एडश्निल एसपी उमेश कश्यप ने कब्जे में लिया। सिविल लाइन थाना लाकर पुलिस ने पूछताछ को अंजाम दिया। 
            मामले में एडिशनल एसपी उमेश कश्यप ने बताया कि महेन्द्र कश्यप के अनुसार ईमलीपारा स्थित एक जमीन को खरीदने 11 लाख रूपया दिया। लम्बे इंतजार के बाद भी उसे ना तो रूपया मिला और ना ही जमीन की रजिस्ट्री ही हुई। इसलिए उसने आत्मदाह का फैसला किया। उसके पास 11 लाख रूपए दिए जाने का कोई प्रमाण नहीं है।
            एडिश्नल एसपी के अनुसार महेन्द्र ने पहले भी 11 लाख रूपये ठगी की शिकायत किया है। जमीन सौदाबाजी में मध्यस्थता करने वाले को थाना बुलाकर कई बार पूछताछ हो चुकी है। मध्यस्थता करने वाले का नाम सूुनील रामचंदानी है। ब्रोकर ने बताया कि रायपुर स्थित बिल्डर ने वाट्सअप पर एक मैसेज भेजकर महेन्द्र कश्यप को 11 लाख रूपये का खाते में चेक लगाने को कहा था। मैसेज महेन्द्र कश्यप को दिया। महेन्द्र ने कब रूपया जमा किया। इस बात की उसे जानकारी नहीं है। और ना ही 11 लाख में से एक भी रूपया उसे मिला है।
         शिकायत के बाद  पुलिस टीम ने जांच पड़ताल को अंजाम दिया है। लेकिन महेन्द्र कश्यप के पास लेन देन को लेकर कोई दस्तावेज नहीं है। यही कारण है कि हमारे हाथ अभी तक बंधे हैं।बावजूद इसके हमने कई बार महेन्द्र कश्यप को जमीन सौदेबाजी में मस्यथता करने वाले के साथ रायपुर स्थित बिल्डर के ठिकाने पर चलने को कहा है। लेकिन वह तैयार नहीं हुआ। । 
   क्या है पूरा मामला
              आत्मघाती कदम उठाने वाले महेन्द्र  ने बताया कि उसने ईमलीपारा स्थित जमीन का सौदा किया। सुनील रामचंदानी के कहने पर रायपुर स्थित ब्रोकर को 11 लाख रूपया दिया। यद्यपि जमीन में विवाद है। बावजूद इसके उसने जमीन खरीदने का फैसला किया। 11 लाख भुगतान के बाद कोरोना काल के चलते जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई। बाद में  जानकारी मिली कि जमीन मालिक और बिल्डर की कोरोना से मौत हो गयी है। स्थिति यह कि उसे ना तो जमीन मिली..और ना ही 11 लाख रूपया। यदि रूपया नहीं मिला तो वह आत्मदाह करेगा।

 पुलिस टीम रवाना–

 एडिश्नल एसपी उमेश ने बताया कि पुलिस टीम के साथ सुनील रामचंदानी और महेन्द्र कश्यप को रायपुर रवाना किया गया है। लेन देन का साक्ष्य पाए जाने पर अपराध कायम किया जाएगा। हम चाहते हैं कि पीड़ित महेन्द्र कश्यप को न्याय मिले। 

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