संसदीय सचिव ने कहा..महुआ फूल से सेनेटाइजर निर्माण की अनुमति नहीं.. ..वर्मी कम्पोस्ट को लेकर बोले सोरी ..सिर्फ लाभ हानि की नजर से ना देखें

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— प्रदेश सरकार के संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने कहा जंगल केवल कानून से नही..इसे बचाने के लिए सामाजिक जुड़ाव का होना बहुत जरूरी है। सरकार इसके लिए प्रयास भी कर रही है। जंगल चोरी बहुत बड़ी समस्या है। इसका निदान योजना के तहत किया जाएगा। सोरी ने बताया कि महुआ फूल से सेनेटाइजर बनाने के लिए ना तो आबकारी विभाग ने अनुमति दिया..और ना ही फारेस्ट ने। इस दौरान शिशुपाल सोरी महुआ फूल से सेनेटाइजर बनाने के सवाल को टालते रहे। और सफल भी रहे।

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                         प्रदेश सरकार फारेस्ट मंत्रालय संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी अल्प प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे। उन्होने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। सोरी ने बताया कि स्थानांतरण स्वभाविक प्रक्रिया है। इसे लेकर तूल देने की जरूरत नहीं हैे।

           महुआ फूल से सेनेटाइजर बनाए जाने और अनुमति के सवाल पर सोरी ने कहा कि महुआ फूल से सेनेटाइजर बनाने की अनुमति ना तो आबकारी ने दिया है और ना ही वन मंत्रालय से ही ऐसा कुछ आदेश है। कुछ स्वसहायता समूह ने महुआ फूल से सेनेटाइजर बनाने का काम किया है। फिलहाल बन्द होने की बात सामने आ रही है।

                    क्या बिना अनुमति महुआ से आसवन और बिना अनुमति सेनेटाइजर की खरीदी संभव है। क्या इसके लिए स्वसहायता समूर के लोगों ने अनुमति लिया था। शिशुपाल सोरी सवाल को टालने का प्रयास किया। उन्होने कहा कि देखते हैं मामला क्या है। लेकिन बिना अनुमति आसवन या स्प्रिट खरीदना संभव नहीं है। ना ही बिना अनुमति बनाया जा सकता है। ऐसा करने पर कार्रवाई होगी। मामले का पता लगाएंगे।

                  प्रदेश में जमकर गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट की हवा है। क्या हालत है दोनों योजनाओं की। सोरी ने बताया कि लोगों में जागरूकता आयी है। किसान और आमजनता वर्मी कम्पोस्ट के समर्थन में है। योजना नयी है..थोड़ा बहुत अप डाउन हो सकता है। शुरू में ऐसा होता भी है। लेकिन इसका प्रतिसाद अच्छा आ रहा है। परोक्ष,अपरोक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार मिला है। ग्रामीण क्षेत्र से लोग ज्यादा से ज्यादा जुड़े हैं। उन्हें आर्थिक लाभ भी मिल रहा है।

                    गौठानों की हालत ठीक कब होगी। क्या योजना पटरी से उतर रही है। सोरी ने बताया कि पटरी से नहीं उतरी है। जैसा की बताया कि योजना के शुरूआत में थोड़ा बहुत परेशानी होती है। फिर सब ठीक हो जाएगा। उन्होने बताया कि बिलासपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों में जगह- जगह वर्मी कम्पोस्ट का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। गोबकी खरीदी बिक्री हो रही है। इसके बाद वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है। आगे चलकर यज योजना बहुत ही सफल होने वाली है। इससे ग्रामीणअर्थव्यस्था सुधरेगी। इसका असर अभी से दिखाई देने लगा है।

            सोरी ने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट से फसल उत्पाद को पंसद कर रहे है। एक दिन ऐसा होगा कि रासायनिक खाद से निर्भरता कम होगी। प्रतिप्रश्न पर सोरी ने बताया कि हर बात को लाभ और हानि से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। लेकिन वर्मी कम्पोस्ट निर्माम में जनता और किसानों को लाभ जरूर मिल रहा है।इस दौरान सोरी ने बिलासपुर में वर्मी कम्पोस्ट उत्पाद पर खुशी जाहिर की। उन्होने कहा आने वाले समय में बेहतर उत्पादन होगा।

                   मरवाही क्षेत्र में जंगलों को तेजी से काटा जा रहा है। इस पर रोक कब लगेगी। संसदीय सचिव ने बताया कि केवल कानून से ही जंगल को नहीं बचाया जा सकता है। इसके लिए लोगों को जंगल के प्रति जागरूक होना होगा। सरकार इस दिशा में प्रयास भी कर रही है।  फारेस्ट रिसोर्सेस पर जोर दिया जाएगा। लोगों को जंगल के महत्व और निर्भरता का जानकारी दी जाएगी। साथ ही जिम्मेदारी भी दी जाएगी। कानून के माध्यम से जंगल माफियों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे। 

          सवाल जवाब के दौरान पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम और नगर विधायक शैलेष पाण्डेय सोरी का बचाव करते भी नजर आए। खासकर महुआ फूल से सेनेटाइजर निर्माण और जंगल कटाव को लेकर ।

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