PSC का जवाब नहीं…फिर आया नया स्कैम…गलत जवाब पर दिया दिल फेंक कर नम्बर…सवाल हनुमान सिंह पर.. जवाब वीरनारायण सिंह का.. आसाम में कूनो अभ्यारण्य.

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग को देश में ऐसे ही बदनामी का दर्जा हासिल नहीं हुआ है। चहेते गलत लिखे या सही…यदि आयोग ने ठान लिया है तो सवाल का गलत जवाब देने वाले को भी एसडीएम बनाया जाएगा।  साल 2005 से साल 2022 तक यही हो रहा है। शायद ही कोई ऐसी परीक्षा हो जिसे आयोग ने आयोजित किया और विवादों में नहीं आया हो। अब सोशल मीडिया में साल 2022 में ली गयी मुख्य परीक्षा की कापी जमकर वायरल हो रही है। मजेदार बात है कि गलत जवाब पर कापी जांचने वालों ने दिल खोलकर नम्बर दिया है।

मतलब सवाल यदि रांची पर किया गया है तो करांची जवाब लिखने वालों को काफी जांचने वालों ने उदारता के साथ नम्बर दिया है। बहरहाल वायरल कापी को लेकर प्रतियोगियों में जमकर आक्रोश है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक प्रतियोगी ने बताया कि दिल तो आत्महत्या करने की हो रही है। लेकिन अब कोर्ट का दरवाजा खटखाटाएंगे साल 2022 की परीक्षा को निरस्त किए जाने की मांग करेंगे।

 छतीसगढ़ लोक सेवा आयोग का मतलब छत्तीसगढ लोक स्कैम कमीशन होकर रह गया है। आयोग ने राज्य बनने के बाद साल 2005 से आज तक जितनी भी परीक्षाओं का आयोजन किया….कमोबेश सभी परीक्षाएं विवादों में ही रही है। साल 2021 में अधिकारियों और नेताओं के बच्चों का एसडीएम बनने का मामला थमा नहीं था। कि एक बार फिर नया मामला सामने आ गया है।

2022 में आयोजित मुख्य परीक्षा में शामिल कुछ छात्रों की उत्तर पुस्तिका इस समय सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही हैं। मजेदार बात है कि गलत जवाब पर कापी जांचने वालों ने उदारता के साथ नम्बर दिया है। सही जवाब देने वालों के भविष्य से जमकर खिलवाड़ भी किया है।  या तो शून्य नम्बर दिया है या फिर आधा नम्बर देकर चहेतों को मेरिट में ला खड़ा कर दिया है।

प्रश्न हनुमान सिंह पर जवाब वीर नारायण का

मुख्य परीक्षा का प्रश्न क्रमांक 15 में वीर हनुमान सिंह के योगदान का सवाल किया गया है। छात्र ने वीरनारायण सिंह के बारे में लिखा है। उत्तर में इस बात का भी जिक्र किया है कि वीरनारायण सिंह 23  अगस्त 1957 में जेल में सुरंग बनाकर आजाद हुए।  जबकि छत्तीसगढ़ का एक एक बच्चा जानता है कि मामला 1857 का है।  100 शब्दों में दिए गलत जबाव में कापी जांचने वाले ने 8 अंक में से कुल साढ़े पांच अंक दिल खोलकर दिया है।

चिराग योजना को बताया स्वास्थ्य योजना

आयोग ने सवाल नम्बर चार में छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री चिराग योजना के बारे में पूछा है। छात्र ने अंग्रेजी माध्यम में जवाब दिया है। चिराग योजना का सम्बन्ध स्वास्थ्य योजना से खासकर बच्चों के लिए है।  6 साल से कम या अधिक उम्र के बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा को लेकर योजना को केन्द्रित किया गया है।

  जबकि चिराग योजना छत्तीसगढ़ शासन की एकीकृत कृषि, भूमि और जल संरक्षण, कृषि बागवानी, मत्स्य पालन, पशु पालन और दुग्ध उत्पादन जैसी गतिविधियों को लेकर है।

प्लेटो के सद्गुण…बे सिर पैर लिा जवाब

आयोग ने सवाल पांच में प्लेटो का सद्गुण सिद्धान्त के बारे में पूछा गया है। छात्र ने क्या लिखा…शायद ही उसे पता हो…फिर कापी जांचने वाले ने खुश होकर दो अंक के सवाल पर डेढ़ अंक दिया है। यह जानते हुए भी कि विवेक,संयम, साहस और न्याय प्लेटो के चार सद्गुण का सिद्दांत है। जबकि छात्र ने उपादान, निमित्त,आकरिड और प्रयोजन बताया है।

श्योपुर का कुनो…आसाम में बताया

आयोग का सवाल 9 कूनो अभयारण्य के बारे में है। छात्र ने कूनों को आसाम में होना बताया है। छात्र ने लिखा है कि कूनो अभयारण्य में एक सिंग वाला गेंडा रहता है। यहां कूनो जनजाति रहती है। यह जानते हुए भी कि कूनो अभ्यारण्य श्योपुर ग्वालियर मध्यप्रदेश में है।  चार अंक के 60 शब्दों में दिए गए गलत जवाब पर कापी जांचने वाले ने दो अंक दिया है। इतना ही नहीं..नक्शा बनाकर छात्र ने आसाम को भी चिन्हित किया है। ।

निपात का सवाल…अगडम बगड़म जवाब…

सवाल नम्बर 2 में निपात का जवाब छात्र ने गिरना बताया है। जबकि निपात का उत्तर अतिरिक्त भार या बातचीत के दौरान शब्दो और वाक्यों पर जोर देने से होता है। लेकिन छात्र ने निपात की परिभाषा उदाहरण के साथ गिरना बताया है। मजेदार बात है कि कापी जांचने वाले ने तीन में डेढ़ अंक दिया है।

कम्प्यूटर आपरेटिंग सिस्टम का गलत जवाब

सवाल 2 में लोकप्रिय आपरेटिं सिस्टम पूछा गया है। सवाल तीस शब्दों में दो अंक का है। छात्र ने कम्प्यूटर का चार हार्डवेयर जैसे की बोर्ड, माउस, प्रिंटर और मानीटर लिखा है। सही उत्तर MS-DOS, UBUN, IOS, WINDODS OS,LINUX OS समेत अन्य दर्जनो प्रोग्रामिंग है। गलत जवाब पर भी छात्र को डेढ़ अंक दिया गया है।

ताश के पत्ते पर सवाल…जवाब गलत

आयोग का सवाल नम्बर सात… ताश की गड्डी से एक पत्ते के निकाले जाने और फेस प्रोबेबिलिटी का है। इसका सही जवाब 1/13  है।  जबकि छात्र ने  1/4 गलत उत्तर लिखा है।

छात्रों के साथ यह कैसा मजाक

सवाल उठता है कि आखिर गलत जवाब पर कापी जांचने वालों ने दिल खोलकर अंक लुटाया क्यों। कई सवालों के सही जवाब पर पर्याप्त अंक दिया क्यों नहीं। छात्रों के कई सवाल हैं…लेकिन हमेशा की तरह आयोग इस बार भी चुप है। लेकिन छात्रों ने एक बार फिर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है। छात्रों ने बताया कि बेहतर होगा कि छत्तीसगढ़ आयोग को भंग कर परीक्षाएं दुसरे राज्यों के आयोग से करायी जाए।

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