बिलासपुर — प्रदेश कांग्रेस की अगुवाई में 13 सितंबर को प्रदेश व्यापी रेल आंदोलन का पहला घटनाक्रम कोटा विधानसभा के कोटा रेलवे स्टेशन में देखने को मिला। अल सुबह करीब 5:30 जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण विजय केसरवानी की अगुवाई में 300 से कांग्रेसी और ग्रामीणों ने स्टेशन के बाहर मालगाड़ी के पहिए को रोक दिया। इस दौरान विजय केशरवानी समेत ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष आदित्य दीक्षित और कार्यकर्ताओं ने झंडा लहरा कर कोटा स्टेशन पर दनदनाती आई हुई मालगाड़ी के पहिए को लगाम लगा दिया।
कांग्रेस कार्यकर्ता जिस ट्रैक पर मालगाड़ी आ रही थी… लेट कर जोखिम भरा प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बीच कांग्रेसियों ने भूपेश सरकार जिंदाबाद के नारे लगाए । केंद्र की मोदी सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाया। यद्यपि इस दौरान प्रदर्शन स्थल पर पुलिस की चाक चौबन्द व्यवस्था देखने को मिली। लेकिन जोश खरोश से लवरेज कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामने पुलिस की व्यवस्था धरी की धरी रह गई। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल थी।
पटरी के सामने पहुंचकर प्रदर्शनकारियों ने कुछ हास्यास्पद स्टाइल में ट्रेन रोकने का प्रयास किया। जैसे ही रेल का पहिया रुक देखते देखा कांग्रेसियों ने फिल्मी स्टाइल में ट्रेन पर कब्जा कर लिया। इंजन के सामने पांत लगाकर बैठ गए । और केंद्र सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद ही विजय केसरवानी हाथ में कांग्रेस का झंडा लेकर इंजन पर चढ़कर फहराना शुरू कर दिया। ऐसा कर दिखाने का प्रयास भी किया कि हमने रेल रोको आंदोलन का नार कोटा में गाड़ दिया है।
साथ ही विजय ने विजय भाव से झण्डा लहराने के साथ केंद्र की मोदी सरकार को खुली चुनौती भी दिया। इंजन पर चढ़कर विजय केसरवानी ने जोश खरोश के साथ नारा बुलंद किया…और क्रांतिकारी अंदाज में भाषण भी दिया। और नारा बुलन्द किया कि कांग्रेस का अपना क्रांतिकारी इतिहास है। पहले लड़े थे चोरों से… अब लड़ेंगे चोरों से ।
मौके पर मौजूद सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीणों ने भी इस दौरान विजय केसरवानी के आवाज से आवाज मिलाया। विजय केशेरवानी ने कहा कि पूरे भारत में सिर्फ छत्तीसगढ़ को ही केंद्र सरकार रेल के माध्यम से परेशान कर रही है । छोटे-छोटे ऐतिहासिक स्टेशनों का बंद कर दिया है । गरीब जनता का जीना मुश्किल हो गया है । प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश की रेल व्यवस्था को अडानी के हाथों में सौंपने का फैसला किया है । लेकिन कांग्रेस की भूपेश सरकार उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव की अगुवाई में प्रदेश का कोई बाल बांका भी नहीं कर सकता है ।
केशरवानी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था ग्रामीण अंचलों में बसती है । इस अर्थव्यवस्था को जड़ से काटने का प्रयास केंद्र की मोदी सरकार ने किया है । यात्री गाड़ियों को पिछले 3 सालों में हजारों हजार बार बंद किया गया । लेकिन कोयला परिवहन करने वाली माल गाड़ियों के पहियों को कभी नहीं रोका गया । जाहिर सी बात है प्रधानमंत्री अडानी के प्रति अपनी दोस्ती निभा रहे हैं । प्रदेश कांग्रेस नेता दीपक बैज की अगुवाई में हमने कोटा में रेल रोको आंदोलन का श्रीगणेश कर केंद्र की गूंगी बहरी सरकार को बाज आने को कह दिया है।
विजय ने बताया कि हमने मालगाड़ी के पहिए को न केवल रोका है… बल्कि बिलासपुर जोन रेल प्रबंधन को मजबूर भी कर दिया है। प्रबंधन को मालगाड़ी समेत सभी यात्री गाड़ियों को घुटकू सलका,,पेंड्रा में रोकना पड़ा। कोटा में प्रस्तावित आंदोलन के तहत प्रदेश का पहली गाड़ी रोक कर हमने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के ताकत का एहसास केंद्र सरकार को कराया है।
इस दौरान रेल प्रशासन की तरफ से स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। विजय केशरवानी से लिखित शिकायत लेकर पटरी को क्लीयर करने का निवेदन किया। करीब ढाई घंटे बाद कांग्रेस समेत प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरी साफ किया।
आधा घण्टा हुआ प्रभावित..संकेत रंजन
छत्तीसगढ़ के कोटा में मालगाड़ी के पहिए रोके जाने की खबर जनसंपर्क अधिकारी संकेत रंजन ने बताया कि मामले की जानकारी सुबह करीब 6 मिली। इस दौरान कटनी लाइन पर आने वाली सभी यात्री गाड़ियों को सालबहरा गुटकू और पेंड्रा में रोक दिया गया। इसके अलावा माल गाड़ियों को भी जगह-जगह खड़ा किया गया। आधे घंटे के प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं ने अपना मांग पत्र पेश किया । जल्द ही आवेदन को सक्षम अधिकारी तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान किसी प्रकार की विपरीत परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ा।
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