पुलिस के खिलाफ चार घंटे से अधिक सड़क जाम..चौपट हुई यातायात व्यवस्था..आंदोलनकारियों ने बनाया FIR निरस्त का दबाव

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— हिन्दू समाज के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय के सड़क को करीब चार घंटे से अधिक समय तक ब्लाक कर दिया। इस दौरान बीच सड़क पर बैठकर शहर के गणमान्य लोगों ने यातायात व्यवस्था को पूरी तरह से जाम कर दिया। कलेक्टर की अनुपस्थिति में आंदोलन कारियों ने बीच सड़क धरना दिया। करीब चार घंटे बाद कलेक्टर से मुलाकात कर पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया। प्रतिनिधियों ने बताया कि एक बार फिर रतनपुर की पुनारावृत्ति हुई है। तोरवा पुलिस फरियादी के खिलाफ दोषियों के साथ खड़ी नजर आ रही है। कुछ लोगों ने जब पीड़ित का साथ दिया तो पुलिस प्रशासन ने आधा दर्जन लोगों के खिलाफ थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है। लोकतंत्र में पुलिस की तानाशाही को हरगिज बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
  हिन्दू संगठन के लोगों ने आज नेहरू चौक से झण्डी और डण्डी के साथ कलेक्टर कार्याालय के सामने पहुंचे। रैली में शहर के गणमान्य लोगों ने शिरकत किया। कलेक्टर कार्यालय के सामने पुलिस की चाक चौबन्द व्यवस्था के बीच सभी ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर दबाव बनाया। आंदोलनकारियों ने कहा कि शिकायत करने वालों के खिलाफ पुलिस झूठे मा्मलों में एफआईआर दर्ज कर रही है। जबकि इस प्रकार घटना रतनपुर में भी हो चुकी है। लोगों ने इस दौरान तोरवा थानेदार को तत्काल निलंबित किए जाने की बात कही है।
डॉ. विनोद तिवारी, बृजेन्न्द्र शुक्ला और महेन्द्र जैन ने बताया कि 1 जुलाई को अन्नपूर्णा नगर थाना तोरवा क्षेत्र की एक बेटी का आरोपी ने अपनी मां और बहन के साथ अपहरण किया। और शादी करवाने का प्रयास किया। यह जानते हुए भी कि यह संभव नहीं है।
मामले मैें पीड़ित परिजनों के साथ शुभचिन्तक थाना पहुंचे। इस दौरान पाया गया कि पुलिस जानबूझकर  अपहरण मामले की जगह गुमशुदा का मामला दर्ज किया। उपस्थित लोगों ने महसूस किया कि तोरवा पुलिस आरोपियों को बचा रही है। जबकि पीड़ित ने पुलिस को सीसीटीवी से लेकर आडियो रिकार्डिंग भी दिया। पुलिस ने मानने से इंकार कर दिया। नाराज लोगों ने नारेबाजी की। और इसके बाद सभी लोग घर लौट आए। और लड़की भी घर आ गयी।
 डॉ. विनोद तिवारी. बृजेन्द्र शुक्ला ने बताया कि कुछ दिनों बाद जानकारी मिली कि पीड़ित के साथ गए शहर के गणमान्य लोगों के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 147, 148, 186, 341, 353 के तहत झूठा रिपोर्ट दर्ज किया है। पुलिस का यह रवैया पूरी तरह से तानाशाही वाला है।
चार घन्टे तक सड़क जाम
रैली के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे आंदोलन कारियों ने एडिश्नल और सिटी मजिस्ट्रेट को मांग पत्र देने से इंकार कर दिया। आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक कलेक्टर से मुलाकात नहीं होगी..सड़क जाम करेंगे। इसके बाद सभी लोग विनोद तिवारी की अगुवाई में बीच सड़क बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। विनोद ने बताया कि हम रात में भी सड़क पर बैठने को तैयार है।
इस बीच वाट्स अप पर मैसेज चलने लगा कि धरना प्रदर्शन करने वालों के लिए रात की खाना व्यवस्था कलेक्टर कार्यालय के सामने ही होगी। जानकारी कलेक्टर तक पहुंची। करीब पांच बचे कलेक्टर ने प्रतिनिधमंडल को बातचीत के लिए बुलाया। 
प्रतिनिधिमण्डल ने दिया मांग पत्र
दस सदस्यी प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से मुलाकात कर वस्तुस्थिति को सामने रखा। विनोद तिवारी के हवाले से जानकारी मिली कि कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि नियम और कानून के तहत मामले की जांच कराएंगे। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।पत्रकारो को विनोद तिवारी ने बताया कि यदि झूठी एफआईआर को निरस्त नहीं किया गया तो हम उग्र आंदोलन करेंगे। पुलिस की तानाशाही को हरगिज बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
चार घंटे यातायात जाम
इस बीच करीब चार घंटे तक लोग सड़कों पर बैठे रहे। मुंगेली नाका और नेहरू चौक की तरफ पुलिस व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग कलेक्टोरेट सड़क आकर फंस गए। इस दौरन यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चौपट नजर आयी। लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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