दिल्ली।कोविड-19 की चौथी लहर की आहट को लेकर सतर्कता बरतने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने राज्यों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में पीएम मोदी ने कुछ राज्यों पर निशाना साधते हुए वहां की सरकारों को पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Price) की अधिक कीमतों के लिए जिम्मेदार ठहराया लेकिन इस मुद्दे पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (K Chandrashekar Rao) ने कहा है कि उनके राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमते 2014 से एक बार भी नहीं बढ़ी हैं और जो कीमतें बढ़ी हैं वो केंद्र द्वारा टैक्स बढ़ाने महंगाई बढ़ाने से हुई हैं.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने बुधवार को कहा है कि राज्य में 2014 में टीआरसी सरकार बनने के बाद से अभी तक ईंधन की कीमतों में वृद्धि नहीं की गई है और केंद्र सरकार को राज्य से कर घटाने के लिए कहने का कोई अधिकार नहीं है.
इसके साथ ही उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति के 21वें स्थापना दिवस समारोह के समापन पर सीएम केसीआर ने कोविड-19 के वर्तमान हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए वीडियो कॉन्फ्रेंस को ‘ड्रामा कॉन्फ्रेंस’ करार दिया और उन पर जमकर हमला बोला है. राव ने कहा, “प्रधानमंत्री ने कोरोना हालात पर मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की. उस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने (मोदी) ईंधन पर कर घटाने की बात कही. क्या एक प्रधानमंत्री इस तरह से बात कर सकते हैं?”
केसीआर ने कहा है कि यही मोदी जनता को लेकर चिंतित होते तो उनकी सरकार ने पेट्रोल/डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाई होतीं, उपकर भी नहीं बढ़ाया होता. उन्होंने कहा, “तेलंगाना राज्य के गठन के बाद हमने कभी भी पेट्रोल/डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाईं. इन्हें केन्द्र की भाजपा नीत सरकार ने बढ़ाया है. हमने कर नहीं बढ़ाए हैं, फिर हमें कटौती क्यों करनी चाहिए?’ उन्होंने कहा, ‘यह अवांछित और गैर जरूरी है.”
केसीआर ने अपने भाषण में ये सवाल भी किया कि क्या केंद्र सरकार को राज्यों से कर घटाने को कहने में शर्म नहीं आ रही है, जबकि कीमतें उसने बढ़ाई हैं? गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में और खासकर हैदराबाद महानगरपालिका के चुनावों के बाद से ही केसीआर पीएम मोदी पर हमलावर हैं और विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं.