VIDEO-सेवा के नाम पर उज्जवला होम में SEX का धंधा..लड़कियों ने फोड़ा भांडा..सुनाई आपबीती..शर्मसार हुई न्यायधानी…पुलिस पर भी उठी उंगलियां

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-सरकन्डा क्षेत्र स्थित पीडित महिलाओं ने उज्वला होम में सेक्स रैकेट चलाए जाने का आरोप लगाया है। पीड़ितों ने बताया कि इसमें पुलिस की भी मिली भगत है। यही कारण है कि सरकन्डा थाना में हम लोगो का एफआईआर भी दर्ज नहीं किया गया है।  उज्जवला होम में रहकर किसी तरह बाहर निकली पीड़ित और शोषित महिलाओं ने बताया कि उनके साथ सेन्टर में रेप किया गया। शिकायत की बात सामने आने पर संचालक ने जान से मारने की धमकी भी दिया है। यहां आश्रय देने के नाम पर लड़कियों का शोषण किया जाता है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान पीड़ित लड़कियों ने पुलिस पर भी रेपिस्टों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है।
 
 सेवा की आड़ में सैक्स रैकेट का कारोबार
 
           छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में पीड़ित और शोषित महिलाओं को आसरा देने के लिए उजाला होम की स्थापना की गई थी।  लेकिन यहां के संचालक और कर्मचारियों ने सेन्टर में रहने वाली शोषित महिलाओं का ही शोषण किया है। सेन्टर से किसी तरह बाहर निकलने के बाद पीड़ित महिलाओं ने पत्रकारों को बताया कि उज्जवला होम में सेक्स रैकेट चलाया जाता था। 
 
संचालक की छत्रछाया में सैक्स रैकेट
 
              सेक्स रैकेट में उज्जवला होम सेन्टर के संचालक समेत कर्मचारी और अन्य लोग शामिल है। किसी तरह आजाद हुई तीनो लड़कियों ने जानकारी दी कि उन पर अनावश्यक रूप से उन पर दबाव डालकर सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाता था। ऐसा नहीं करने पर उनके साथ मारपीट किया जाता था। सेन्टर में गाली गलौज और हिंसक व्यवहार तो आम बात थी। 
 
शर्मशार हुई न्यायधानी 
       
             छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर को लोग न्यायधानी के नाम से जानते हैं। बिलासपुर शहर में हाईकोर्ट होने की वजह से यहां सभी को न्याय मिलता है। यही छबि बिलासपुर शहर की बनाई जाती है। लेकिन इन दिनों छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर की एक और ही छवि बन गयी है। यहां पीड़ित और शोषित महिलाओं को आसरा देने के लिए उज्जवला होम्स के नाम से एक संस्था चलाई जाती है। संस्था में पहुंचने वाली शोषित महिलाओं का भी शोषण हो जाता है। यहां से बाहर निकली पीड़ित महिलाओं ने इस बात की लिखित में शिकायत की है। महिलाओ का कहना है कि यहां बड़े ऑर्गेनाइज ढंग से सेक्स रैकेट चलाया जाता है
 
पीडित महिलाओं की आपबीती
 
 सेन्टर में पहुंचने वाली महिलाओं को जबरिया सेक्स रैकेट में शामिल होने के लिए दबाव डाला जाता है। मना करने पर मारपीट गाली-गलौज और हिंसक व्यवहार की जाती है।  इस पूरे मामले में जब उन्होंने हिम्मत कर पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाही तो पुलिस ने शिकायत लिखने से भी मना कर दिया। आखिरकार पूरा मामला मीडिया में आया और पुलिस प्रशासन पर दबाव बना तो इस पर शिकायत दर्ज कर ली गई है।
 
                      लेकिन जांच की रफ्तार बेहद धीमी है। इन्हीं में से एक शिकायतकर्ता ने बताया कि किस तरह से उसके साथ दैहिक शोषण और अत्याचार होता था। मामले पर उसने उज्जवला होम्स के संचालक, कर्मचारी और कई अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यहां तक कि पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं। 
 
 
                     पीड़ितों में एक लड़की ने बताया कि 2 महीने तक उज्जवला होम में रही। पहुंचने के चौथे दिन गलत हरकत संस्था संचालक जितेंद्र मौर्य ने किया। जब मैंने पुलिस में शिकायत की बता कही तो उसने कहा कि कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। इसके बाद उलने टॉर्चर करना शुरू कर दिया। इस बीच मेरे साथी के हस्बैंड आए। उन्हीं की वजह से हम बाहर निकलने में कामयाब हुए हैं। जब हम थाना रिपोर्ट लिखाने गए तो वहां भी एक महिला पुलिस वाली ने हमारे बयान को बदल दिया। महिला पुलिस ने कहा कि बयान ऐसे नहीं  ऐसे लिखाओ।
 
कई शिकायतें..गंभीरता से हो रही जांच..उमेश कश्यप एडिश्नल एसपी
 
                      जब उज्जवला होम्स के सेक्स रैकेट अखबारों की सुर्खियां बनी तो पुलिस हरकत में आयी। महिला बाल विकास विभाग ने भी मामले को संज्ञान में लिया । पुलिस सूत्रों की माने तो मामला काफी गंभीर है। सरकंडा के राजकिशोर नगर स्थित उज्वला होम्स में कई युवतियां रहती हैं। सेन्टर से जुड़ी कई गंभीर शिकायतें थाने में दर्ज हुई हैं। पुलिस पूरे मामले में गंभीरता से जांच कर रही है। 
 
                  छत्तीसगढ़ सरकार महिला और बच्चे संबंधी अपराध को गंभीरता से लेने और उसे समय पर निपटारा करने के लिए पुलिस विभाग पर दबाव बनाती है। जिला प्रशासन इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद होने का दावा भी करती है ।  इन सब के बीच उज्वला होम्स में कथित तौर पर सेक्स रैकेट चलाए जाने की खबर अब पुलिस प्रशासन के प्रयासों पर सवालिया निशान खड़ा कर रही हैं..!?  मामले में कितनी सच्चाई है और जांच रिपोर्ट में क्या कुछ निकल कर बाहर आता है यह निकट भविष्य में स्पष्ट हो जाएगा।
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