रायपुर।एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र के कुम्दा सबएरिया में भूमिगत खदान में चलनेवाली एलएचडी (लोड-हाॅल-डम्प) लोडर मशीन के ट्रान्समिशन यूनिट में गड़बड़ी आ रही थी। जाॅंच के लिए इस बड़ी एवं भारी यूनिट को खदान से वर्कशाप ले जाया गया और मरम्मत उपरांत वापस एलएचडी में फिट किया गया किन्तु सही नतीजे प्राप्त नहीं हो सके। ट्रान्समिशन को भूमिगत खदान से सरफेस तथा वापस तक ले जाने-लाने का कार्य और फिर मेन यूनिट में टेस्टिंग के लिए खोलना-फिट करना एक दुरूह कार्य है।जिसमें समय एवं श्रमशक्ति दोनों की क्षति होती थी।
इससे बचाव के लिए क्षेत्र के कुम्दा सबएरिया वर्कशाप में ही कुशल अभियंताओं एवं तकनीकी कामगारों द्वारा ट्रान्समिशन टेस्ट बेन्च का विकास किया गया। इस उपकरण में एक फाउण्डेशन बंेच बनाकर, ट्रान्समिशन को फिट करने की व्यवस्था बनाई गई साथ ही ब्रेकिंग एरेंजमेंट बनाकर, ट्रान्समिशन के साथ कपल किया गया। ट्रान्समिशन को मूवमेन्ट देने के लिए एक 22 केव्ही मोटर लगाकर कपल किया। ट्रान्समिशन के विभिन्न स्टेज का प्रेशर पीएसआई में चेक करने के लिए एक प्रेशर गेज लगाया गया।
स्टेज चेंज करने के लिए एक लीवर से आपरेट करने की व्यवस्था की गई। इस सुधार से अब ट्रान्समिशन यूनिट को टेस्टिंग के लिए बार-बार खदान से बाहर-भीतर नहीं करना पड़ता। इससे श्रमशक्ति के साथ-साथ पैसे की भी बचत हुई है।
इस इनोवेशन टीम में राजेश केशर, वरीय प्रबंधक (खनन), ओ.पी. विश्वकर्मा, एसओ (ई/एम), अमर पटेल, एसओ (ई/एम), एस.के. साहू, सहायक प्रबंधक (खनन), बाबू राय, फोरमेन मेकेनिकल, रामदुलार, मेकेनिकल फिटर, दिलीप सिंह, मेकेनिकल फिटर की भूमिका रही।