आधारशिला विद्या मंदिर में छात्र प्रतिनिधि चुनाव – बच्चों ने संवाद, परस्परता और लोकतंत्र के गुर सीखे

Chief Editor
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बिलासपुर । आधारशिला विद्या मंदिर में छात्र प्रतिनिधि चुनाव के दौरान लोकतान्त्रिक चुनाव प्रणाली एवं प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया | यह प्रक्रिया इस तरह करवाई गयी ताकि बच्चे चुनाव का महत्व समझें | बच्चों को परस्परता, सामूहिकता, संवाद, नेतृत्व, एवं लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने के लिए चुनाव का माहौल तैयार किया गया | चुनाव की प्रक्रिया में बच्चों की स्वाभाविक रूचि एवं लोकप्रियता के साथ-साथ अनुशासन, उपस्थिति प्रतिशत एवं अकादमिक उपलब्धि का भी ध्यान रखा गया | चुनाव की प्रक्रिया में शिक्षक समूह से निहाल सोनी, प्रियंका पाण्डेय एवं प्रतीक चिप्ड़े ने पूरी प्रक्रिया का समन्वय किया |
सर्वप्रथम, स्कूल में चुनाव के संबंध में घोषणा की गयी | साथ ही सभी बच्चों को नामांकन पात्र भरने को कहा गया | ये नामांकन हेड बॉय, हेड गर्ल, असेंबली कप्तान, स्पोर्ट्स कॅप्टन आदि भूमिकाओं के लिए किये गये | स्पोर्ट्स कप्तान के अलावा सभी पदों के लिए छात्र एवं छात्राओं को न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक लाना आवश्यक रखा गया |’स्पोर्ट्स कप्तान’ बनने के लिए यह ध्यान रखा गया कि बच्चे के पास नेतृत्व के लिए आवश्यक अनुभव हो | अतः न्यूनतम योग्यता किसी खेल का नियमित अभ्यास करना और जिला स्तरीय या राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में प्रतिभाग करना तय किया गया | इस प्रक्रिया में सभी शिक्षकों ने सरल भाषा में बच्चों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में बताया | बच्चों को आखिरी घंटी के दौरान रोज़ चुनाव प्रचार करने दिया गया |

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सभी प्रत्याशियों ने पूरे उत्साह एवं अच्छी नीति के साथ चुनाव प्रचार किया एवं मतदाताओं से उन्हें वोट करने की अपील की | पूरा चुनाव प्रचार काफी सकारात्मक रहा | इसके बाद छात्रों ने शिक्षकों की निगरानी में वोट डाले | अब परिणाम के साथ ही उन्हें सम्मानित अतिथियों की मौजूदगी में शपथ ग्रहण कराया जायेगा |

आधारशिला के चेयरमैन डा. अजय श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के माहौल में बच्चों में चुनाव प्रक्रिया के प्रति स्वाभाविक जिज्ञासा बनी हुयी है | विद्यालय में राष्टपति चुनाव की प्रक्रिया को समझाया भी गया है | इस तरह के सन्दर्भ की मौजूदगी में स्कूल में चुनाव का अनुभव करना एवं उसके बारे में सोचना काफी लम्बे समय तक याद रहेगा |

अकादमिक निदेशक एस.के जनास्वामी ने कहा कि सामाजिक विज्ञान, नागरिक शास्त्र या राजनीती विज्ञान की अवधारणाओं को भी स्कूल में व्यवहार के धरातल पर लाकर जांचना-परखना होता है | इस तरह की प्रक्रिया में हमने यह सुनिश्चित किया कि बच्चे खुद के वोट का एवं दूसरों का निष्पक्ष आकलन करें |

विद्यालय की प्रिंसिपल श्रीमती जी. आर. मधुलिका ने कहा कि यहां अब तक अधिकांश छात्र प्रतिनिधि पढाई, खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि में संतुलित रूप से प्रतिभाग करते हुए दूसरे बच्चों को आगे लाने का कार्य करते हैं | मुझे पूरी उम्मीद है कि आने वाले प्रतिनिधि भी इन बातों का पूरा ध्यान रखेंगे ।

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