ऐसे विवेचकों के खिलाफ करें कार्रवाई..आईजी बद्रीनारायण मीणा की दो टूक…ऐसे मामलों की गंभीरता से कराए फोटोग्राफी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—दो दिन पहले लालबहादुर शास्त्री मैदान में आयोजित भेंट मुलाकात के दौरान बच्ची की हाथ काटे जाने का मुद्दा पीड़िता ने मुख्यमंत्री के सामने उठाया। साथ ही सिविल लाइन जांच अधिकारी की महिला ने शिकायत दर्ज कराया। मंच पर ही मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने पुलिस कप्तान से वस्तुस्थिति के बाद में पूछा। इस दौरान सीएम ने लापरवाह जांच अधिकारी के खिलाफ जरूरत पड़े तो सख्त कदम उठाए। मुख्यमंत्री ने दुहराया कि ऐसी कौन सी जांच है कि जनवरी से हो रहा है। और महीना जून होने जा रहा है। सीएम के तेवर को लेकर पुलिस महकमें में जमकर चर्चा है। इसी क्रम में मंगलवार को आईजी बद्रीनारायण मीणा ने पुलिस अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में जांच पड़ताल में गड़बड़ी करने वाले जांच अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने को कहा है। बैठक में मीणा ने मार्च 2023 में हुई कुल 660 दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा कर जरूरी दिशा निर्देश भी दिया है।
आईजी कार्यालय में 16 मई 2023 को आईजी बद्री नारायण मीणा ने  जिलों के आपराधिक मामलों में न्यायालयों से हुई दोषमुक्ति प्रकरणों की समीक्षा को लेकर पुलिस अधीक्षक समेत अभियोजन अधिकारियों की बैठक को वर्चुअल संबोधित किया। 
 
 
विवेचकों पर कार्रवाई का फरमान
बैठक में माह-मार्च 2023 में जिलेवार न्यायालयों में आपराधिक मामलों में कुल 660 प्रकरणों की समीक्षा की गई। बैठक में आरोपी के दोषमुक्त होने के संबंध में अभियोजन और  विवेचना में पाई गई खामियों के संबंध में चर्चाएं हुई। पुलिस महानिरीक्षक ने न्यायालयों से पारित दोषमुक्त निर्णय की समीक्षा करते हुए आरोपी के दोषमुक्त होने के कारणों और विवेचना में पाई गई खामियों को चिन्हांकित करें।  विवेचना के स्तर पर सुधार हेतु अभियोजन स्तर पर आवश्यक कार्यवाही किये जाने के साथ त्रुटिकर्ता की जिम्मेदारी निर्धारित करें। दोषियों के खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही भी करें।
मरणासन्न बयान की कराएं फोटोग्राफी
 
इस दौरान आईजी मीणा ने दोषसिद्धि के लक्ष्य प्राप्ति के लिये निर्देशित किया। जिन प्रकरणों में प्रार्थी/गवाहों और पीड़ित के पक्षद्रोही होने के कारण आरोपी दोषमुक्त हो रहे हैं। इन प्रकरणों की समीक्षा कर गुणदोष के आधार पर तत्काल अपील करें। प्रकरणों में जप्ती, पूछताछ और मरणासन्न कथन के दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराएं। आरोपी पक्ष की तरफ से पक्ष या गवाहों को किसी प्रकार के डराने-धमकाने अथवा प्रलोभन दिये जाने की जानकारी मिले तो तत्काल विधि के अनुसार करें।
ड्रग इंस्प्केटर से प्राथमिक रिपोर्ट मांगा जाए
आईजी ने एनडीपीएस के प्रकरणों में जब्त  नशीली टेबले, इंजेक्शन समेत अन्य नशीले पदार्थ की मात्रा के संबंध में ड्रग इंस्पेक्टर से प्राथमिक रिपोर्ट आवश्यक हासिल करें। पॉक्सो एक्ट के प्रकरणों में पीड़िता के उम्र् निर्धारण संबंधी दस्तावेजों की जब्ती करें। उच्चतम न्यायालय दिशा निर्देशों को गंभीरता के साथ लें। 
अधिकारियों की विशेष उपस्थित
 
समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर  संतोष सिंह, पुलिस अधीक्षक सारंगढ़-बिलाईगढ़ आशुतोष सिंह, पुलिस अधीक्षक मुंगेली चंद्रमोहन सिंह, पुलिस अधीक्षक कोरबा उदय किरण, पुलिस अधीक्षक सक्ती एम.आर.आहिरे, पुलिस अधीक्षक गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही  योगेश कुमार पटेल, अति. पुलिस अधीक्षक रायगढ़  संजय महादेवा, अति. पुलिस अधीक्षक जांॅजगीर-चाम्पा अनिल सोनी  और  संयुक्त संचालक अभियोजन बिलासपुर संभाग माखनलाल पाण्डेय, उप संचालक अभियोजन बिलासपुर  श्याम लाल पटेल, उप संचालक  अभियोजन कोरबा ए.बी. गुरू, उप संचालक अभियोजन जी.एन. खाण्डेकर, उप संचालक अभियोजन रायगढ़ वेदप्रकाश पटेल समेत रेंज कार्यालय में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपमाला कश्यप विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
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