एक करोड़ रूपयों से अधिक का गबन..स्कूल प्राचार्य, बाबू और शिक्षक ने दिया अंजाम…प्राचार्य और व्याख्यता पर सस्पेन्ड की गाज

BHASKAR MISHRA
3 Min Read
कोरबा—-शिक्षा मंत्रालय ने आदेश जारी कर शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय हरदीबाजार के प्राचार्य और व्याख्याता को लाखों रूपयों के गबन मामले में सस्पेन्ड किया है। संभागीय कार्यालय शिक्षा विभाग संचालक की रिपोर्ट पर संचालक रायपुर कार्यालय ने दोनो ही कर्मचारियों पर अनियमितता और फर्जीवाड़ा का दोषी पाया है। डायरेक्टर ने आदेश जारी कर दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 
शिक्षा विभाग संचालक कार्यालय ने आदेश जारी कर हरदीबाजार स्थित शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय प्राचार्य और व्याख्यता को सस्पेन्ड कर दिया है।  जांच के दौरान प्रभारी प्राचार्य ब्यास नारायण दिवाकर ने व्याख्यता और बाबू के साथ मिलकर करोड़ों रूपये गबन किया है।
 आदेश के अनसुार जांच पडताल के दौरान पाया गया कि स्कूल का क्लर्क ऋषि कुमार जायसवाल और एलबी शिक्षक  सुरेन्द्र कुमार पाटले के साथ मिलकर प्राचार्य दिवाकर ने सेवानिवृत और  मृतक कर्मचारियों के नाम से फर्जी तरीके से करोंडो रूपयों आहरण किया है। बाबू और शिक्षक ने मिलकर प्राचार्य पदमुद्रा बनाकर 1,04,46,400 रूपयों का शासन को चपत लगाया है।
आदेश में बताया गया है कि व्यास नारायण दिवाकर के साथ मिलकर बाबू और शिक्षक ने स्व. राजेश कुमार राठौर, व्याख्याता  हरदीबाज़ार के मौत के बाद गलत तरीके से ग्रेच्युटी का आहरण किया। जबकि राठौर को नियमानुसार ग्रेज्यूटी नहीं दिया जाना था। बावजूद इसके सभी ने मिलकर 6 लाख 91 हजार 891रूपए निकालकर राठौर की पत्नी बबीता राठौर के खाता में जमा किया। 
इसके बाद  व्यासनारायण राठैर ने ऋषि कुमार जायसवाल ने मिलकर भारतीय स्टेट बैंक गेवरा स्थित बबीता के खाते से लगातार रूपयों का आहरण किया। जांच पड़ताल के दौरान दिवाकर को प्रशासनिक लापरवाही, उदासीनता, स्वेच्छारिता और  अनुशासनहीनता का आरोपी पाया गया। दिवाकर का जवाब भी संतोषजनक हीं पाया गया।  व्यास नारायण दिवाकर  को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। 
संचालनालय से जारी एक आदेश में फर्जीवाडा में हरदीबाजार स्कूल व्याख्याता  होमनाथ भारद्वाज, को भी दोषी पाया गया है। होमनाथ को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। दोनो ही शिक्षकों को  विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से अटैच कर दिया गया है।
close