जयघोष से गूंजा स्टेशन…श्रद्धालुओं का तिलक,माला से स्वागत…1241 भक्तों को लेकर आयोध्या रवाना हुई आस्था की मेल

BHASKAR MISHRA

बिलासपुर– रविवार को जोन रेलवे स्टेशन बिलासपुर से रामलला का दर्शन कराने आस्था स्पेशल ट्रेन 1241 श्रद्धालुओं को लकर अयोध्या धाम रवाना हुई। अयोध्या धाम के लिए रवाना होने से पहले सभी श्रद्धालुओं का स्टेशन में ही तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस दौरान पुरा स्टेशन जयश्री राम के जयघोष से गूंज उठा। प्रबंधन ने बताया कि गौरेला पेन्ड्रा मरवाही से 103 श्रद्धालु ट्रेन में बैठेंगे।

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रामलला  दर्शन को लेकर पूरे प्रदेश के साथ ही शहर में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है ।गांव-गांव से लोग अयोध्या धाम के लिए पंजीयन करवा रहे हैं। ऐसा ही उत्साह का माहौल रविवार को बिलासपुर रेलवे स्टेशन में भी देखने को मिला। दोपहर करीब तीन बजे बिलासपुर संभाग के 1241 राम भक्त आस्था स्पेशल ट्रेन से अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। स्पेशल में गौरेला पेन्ड्रा मरवाही से 103 श्रद्धालु  ट्रेन में रामलला के दर्शन के लिए सवार होंगे।

अयोध्या रवाना होने से पहले सभी श्रद्धालुओं का स्टेशन में तिलक और माला के साथ  स्वागत किया गया। इस दौरान जय श्रीराम के जयघोष से पूरा स्टेशन गूंज उठा। श्री रामलला दर्शन को उत्साहित श्रद्धालुओं का उत्साह और उमंग देखते ही बन रहा था। सभी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जताया।

जांजगीर जिले से पहली बार अयोध्या जा रहे ज्वाला प्रसाद ने कहा कि सौभाग्य है कि जहां देवताओं ने जन्म लिया उस अयोध्या धाम में हम दर्शन करने जा रहे हैं। प्रधानंमत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार जाहिर करता हूं। सक्ति जिले से अयोध्या जा रही  रामकुंवर सिंह ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है कि वे भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए जा रहे हैं। बिलासपुर जिले के अमित तिवारी ने बताया कि 500 साल के बाद भगवान राम अपने स्थान पर विराजे है। हमारे लिए गौरव का विषय है। हमारा सौभाग्य है कि हम इस समय के साक्षी बने हैं..जब भगवान राम का इतना भव्य मंदिर बना है। हमें इतनी जल्दी दर्शन करने का मौका मिलेगा.. इससे सभी उत्साहित हैं।

कोरबा जिले की मंजू सिंह ने बताया कि हम सभी बहुत खुश हैं कि हमें रामलला के दर्शन का अवसर मिला। बिलासपुर के दिलहरण लाल वर्मा ने बताया कि अविस्मरणीय क्षण है। अयोध्या जाने की खुशी को शब्दों में बयां कर पाना मुमकिन नहीं है।

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