कलेक्टर को ग्रामीणों ने बताया..सचिव,सरपंच नहीं कर रहे भुगतान..दयाराम ने कहा..यहां नहीं कटनी चाहिए बिजली

BHASKAR MISHRA
3 Min Read
रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)—साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर विजय दयाराम ने शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को लेकर अधिकारियों को उचित और गंभीर निर्देश दिया है। खासकर गोधन न्याय योजना की गहन समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने अधिकारियों को काम काज में गंभीरता लाने को कहा है।
 
                 कलेक्टर कार्यालय स्थित सभागार में विजय दयाराम ने शासन की योजनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक किया। कलेक्टर ने कहा कि अधिकारियों को शासन की योजनाओं को पूरी तरह से गंभीरता से लेना होगा। उन्होने दुहराया कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को समझे और गोधन न्याय योजना का लाभ हितग्राहियों तक बिना किसी बाधा के पहुंचाना सुनिश्चित करें।
 
            कलेक्टर ने मुख्यमंत्री जनचौपाल,जनदर्शन,जन शिकायत,ई-समाधान में विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया। निर्धारित समय-सीमा के भीतर प्रकरणों का निराकरण करने को कहा। संबंधित अधिकारियों को विशेष निर्देश भी दिया।
 
             कलेक्टर विजय दयाराम ने कहा कि विद्युत विभाग उपभोक्ताओं के बिजली बिल से संबंधित शिकायतों का तत्काल निराकरण किया जाए। समस्या निदान के लिए कलस्टर स्तर पर शिविर का आयोजन करें।  कलेक्टर ने जोर देकर बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिला चिकित्सालय समेत अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में विद्युत व्यवस्था बाधित नही होनी चाहिए। निर्देशों का पालन नहीं किए जाने पर संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पर कार्रवाई होगी।
 
शौचालय निर्माण भुगतान की शिकायत 
 
            कलेक्टर विजय दयाराम के. और जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि आमजनों की समस्याओं का तत्काल निराकरण  किया जाए। जनदर्शन में भूमि रिकार्ड सुधारने, नामांतरण,वनभूमि पट्टा दिलाने, इलाज में सहयोग राशि प्रदान करने,राशन दुकान निर्माण कार्य का भुगतान समेत कुल 15 शिकायतों को कलेक्टर ने सुना।
 
              कलेक्टर को ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच,सचिव शौचालय निर्माण कार्य का भुगतान नहीं कर रहा है। मौके पर मौजूद जिला पंचायत सीईओ ने मामले को गंभीरता से लिया। साथ ही रास्ता निर्माण को लेकर दिए गए आवेदन का जल्द ही निराकरण करने को कहा।
close