इन आवेदकों की होगी छानबीन….विभाग ने मंगाई दावा आपत्ती…शिकायत मिलने पर 1 सप्ताह का मौका..फिर होगी पड़ताल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—जिला शिक्षा अधिकारी ने पुराने अनुभवों को केन्द्र में रखकर अनुकम्पा नियुक्ति के लिए हासिल  आवेदनों की छानबीन के लिए दावा आपत्ती मंगाई है। दावा आपत्ती दर्ज करने के लिए विभाग की तरफ से एक सप्ताह का समय दिया गया है। जिला शिक्षा विभाग से हासिल जानकारी के अनुसार फिलहाल 4 आवेदकों ने अनुकम्पा नियुक्ति को  आवेदन जमा किया है।

 जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. डी.के कौशिक ने बताया कि शासन के निर्देश पर अनुकम्पा नियुक्ति के लिए  प्रभावित परिजनों से आवेदन आमंत्रित किया गया है। कार्यालय को अभी तक चार आवेदन मिले हैं। सभी आवेदनों का वेरीफिकेशन किया जाएगा। अनुकम्पा नियुक्ति आवेदनों को लेकर दावा आपत्ति भी मंगाई गयी है। एक सप्ताह के भीतर दावा आपत्ती जाहिर करने वालों को अपनी बात को लिखित में कार्यालय में जमा करना होगा।

डीके कौशिक ने जानकारी दिया कि तखतपुर विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला भरनी में शिक्षक के पद पर कार्यरत स्व. रामकुमार ध्रुव के परिवार से पत्नी रेखा ध्रुव ने आवेदन जमा किया है। इसी तरह कोटा विकाखण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय मंझवानी के प्रधान पाठक स्व. घनश्याम सिंह राय के पुत्र अनुपम राय ने अनुकम्पा का आवेदन दिया है। मस्तूरी विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला खैरवारपारा में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत स्व. प्रमोद कुमार सोनी के आश्रित अनिल कुमार ने अनुकम्पा दिए जाने की मांग की है।

इसके अलावा कोटा ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला पहाड़बछाली में कार्यरत स्व. शिवसेवक सिंह के परिवार से सरस्वती पैकरा ने अनुकम्पा  नियुक्ति की मांग की है। जिला शिक्षा अघिकारी के अनुसार यदि किसा को लगता है कि दिवंगत शासकीय सेवकों के आश्रित परिवारों का सदस्य राज्य अथवा केन्द्र की शासकीय सेवा में कार्यरत है।  तो सात दिनों के अन्दर पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित जिला शिक्षा कार्यालय को उपस्थित होकर या डाक से जानकारी दे सकता है।

बताते चलें कि इसके पहले जिला शिक्षा विभाग को अनुकम्पा नियुक्ति में भ्रष्टाचार की शिकायत की जानकारी मिली थी। छानबीन के दौरान करीब एक दर्जन लोगों के आवैेदन को नियम विरूद्ध पाया गया। छानबी ने के दौरान पता चला कि स्वर्गीय कर्मचारी के आश्रित परिवार में शासकीय सेवक की जानकारी को छिपाकर आवेदकों ने आवेदन दिया है। विभाग ने सभी को सेवा से बाहर निकाल दिया।

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