नारायणपुर-जिले के आला अधिकारी पहुंचे अबूझमाड़, विकास गतिविधियों की ली जानकारी

Shri Mi
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नारायणपुर-अबूझमाड़ में विकास गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा करने बीते दिन कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू, पुलिस अधीक्षक गिरिजाशंकर जायसवाल, डीएफओ षशिदानंदन के, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पोशण चंद्राकर सहित अन्य जिला अधिकारियों ने ओरछा रेस्टहाउस में ग्राम पंचायत के सचिवों एवं तकनीकी सहायकों की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर श्री साहू ने जिले में महात्मा गांधी राश्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत् स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में बड़ी संख्या में रोजगार एवं विकासमूलक कार्य स्वीकृत किये गये हैं और इन कार्यों के जरिये लोगों को रोजगार मुहैय्या कराया जा रहा है।

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कई ऐसे स्वीकृत कार्य हैं, जो अभी अपूर्ण है। इन अपूर्ण कार्यों को षीघ्र पूरा करायें। उन्होंने कहा कि ओरछा विकासखंड के ग्रामीण अंचलों में लोगों को और अधिक रोजगार देने के उद्देश्य से पर्याप्त संख्या में रोजगारमूलक कार्य स्वीकृत किये जायेंगे। इसके लिए उन्होंने पंचायत सचिवों और मुख्य कार्यपालन अधिकारी ओरछा को व्यापक कार्य के प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में उपसंचालक कृशि बीएस बघेल, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास संजय चंदेल, सहायक संचालक उद्यान श्री मोहन साहू, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ओरछा रामांचल यादव उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री साहू ने कहा कि षासन की मशांनुरूप आदिवासी संस्कृति को संरक्षित एवं संवर्धित करने के उद्देश्य से देवगुड़ी एवं घोटुल का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए स्थान चयनित किये गये हैं, जिनमें हांदावाडा में देवगुड़ी और गुदाड़ी में घोटुल का निर्माण किया जायेगा। ये दोनों की बस्तर की लोक संस्कृति और परम्परा को पदर्शित करेंगे। इस संबंध में उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ओरछा एवं पंचायत सचिव को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।

मनरेगा के अंतर्गत भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण, आंगनबाडी भवन निर्माण, स्कूल भवन निर्माण, अतिरिक्त कक्ष, तालाबगहरीकरण व तालाब निर्माण, नाला बंधान, सहित जल संरक्षण के अधोसंरचना निर्माण के कार्यों के प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में उन्होंने ओरछा विकासखंड के ग्राम पंचायत सचिवों से क्षेत्र विकास के संबंध में विस्तार से बातचीत की। इस दौरान लंका, डूंगा, आदेर, पोचावाड़ा, गुदाली, हांदावाड़ा सहित अन्य सचिवों से चर्चा कर क्षेत्र के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में लोगों को रोजगार उलब्ध कराने के उद्देश्य से मनरेगा के अंतर्गत भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण, आंगनबाड़ी भवन सहित अन्य कार्यों को प्राथमिकता के तौर पर प्रस्ताव तैयार करें। कलेक्टर श्री साहू ने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को षासन की विभिन्न लोक कल्याणकारी और हितग्राहीमूलक योजनाओं की विस्तार से जानकारी दें और उन्हें लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें। कलेक्टर ने कहा कि षासन की विभिन्न योजनाओं के तहत् स्वीकृत निर्माण कार्यों के समक्ष सूचना बोर्ड अवश्य लगायें, जिसमें योजना का नाम, लागत राशि, कार्य प्रारंभ एवं कार्य पूर्णता की तिथि सहित अन्य जानकारियां अंकित हों।

उपस्थित सचिवों ने बताया कि ग्रामीण वर्तमान में धान कटाई आदि कार्यों में व्यस्त हैं, इसके बाद वे मनरेगा के तहत् रोजगारमूलक कार्यों से जुड़ जायेंगे। कलेक्टर श्री साहू ने कहा कि गांव के शिक्षित युवाओं को जोड़कर युवा क्लब गठित करें और उन्हें षासन की विभिन्न योजनाओं में षामिल कर सहयोग लें। इन युवाओं द्वारा ग्रामीणों के पेंशन, राशन कार्ड सहित अन्य छोटे-छोटे कार्यों के आवेदन तैयार करें, यह भी सुनिश्चित किया जाये। कलेक्टर श्री साहू ने बैठक के दौरान कहा कि पटवारी एवं पंचायत सचिवों के लिए आवास की स्वीकृति दी जायेगी। इसके साथ ऐसे भवन जो पूर्ण हो गये है, उनका उपयोग करना सुनिश्चित किया जाये।

वहीं ऐसे भवन जिनमें मरम्तत की आवश्यकता हो, उनमें तत्काल मरम्मत कार्य करवाया जाये। उपसंचालक कृशि श्री बघेल ने बताया कि धान कटाई उपरांत खेत खाली रहते हैं, इसलिए रबी एवं उतेरा फसल के लिए आवश्यक बीज उपलब्ध कराया जायेगा। इसके तहत् सरसो, चना, मटर अलसी के मिनीकिट उपलब्ध कराये जायेंगे। कलेक्टर ने नर्सरी तैयार करने के लिए स्थल चिन्हांकित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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