VIDEOः प्रथम हास्पिटल पर किडनी चोरी का आरोप..मृतक के बेटे ने कहा..पिता को कब्र से निकालकर किया जाए पोस्टमार्टम

BHASKAR MISHRA
8 Min Read

विलासपुर—थाना पचपेढ़ी ग्राम सोन लोहर्सी निवासी मृतक पिता के बेटे ने शहर के प्रसिद्ध अस्पताल प्रथम पर किडनी चोरी किए जाने का आरोप लगाया है। पीड़ित बेटे ने कलेक्टर और पुलिस कप्तान से शिकायत कर पिता के लाश को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम किए जाने की बात कही है। सोमदास मानिकपुरी ने बताया कि एक दुर्घटना के बाद पिता को प्रथम अस्पताल में भर्ती कराया था। मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने मृत शरीर को रिफर किया। मांगे जाने पर डेथ सर्टिफिकेट भी नहीं दे रहे हैं।

 विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा ऱखने वाले सरकन्डा पार निजी अस्पताल के डाक्टर पर मृतक बेटे ने किड़नी चोरी समेत डेथ सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने का आरोप लगाया है। मृतक का बेटा सोमदास मानिकपुरी ने लिखित शिकायत कलेक्टर और पुलिस कप्तान से किया है।

प्रथम अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग

जिले के पचपेढ़ी थाना अंतर्गत ग्राम सोन लोहर्षी निवासी सोमदास मानिकपुरी ने शहर के एक निजी हॉस्पिटल प्रथम अस्पताल के डॉक्टरों पर अस्पताल में भर्ती अपने पिता के ऑपरेशन के दौरान किडनी निकाल लिए जाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को दिए ज्ञापन में अपने मृत पिता का पोस्टमार्टम कराए जाने एवं पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

 

Join Our WhatsApp Group Join Now

सोमदास ने बताया कि 14 अप्रेल 2023 को पिता के साथ भाई के विवाह का कार्ड बांटने के लिए मोटरसायकल से निकले। सोन स्थित सावरिया डेरा लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाकर स्कार्पियो ने ठोकर मार दिया। स्कार्पियों का नम्बर सीजी-11/ बीजी-4271 है। हादसे के दौरान भाई और पिता को गंभीर चोट पहुंची। दोनो को उसी स्कार्पियों से ईलाज के लिए पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गए। डॉक्टर ने दोनो बिलासपुर के लिए  रिफर किया। स्कार्पियों के टक्कर में पिता धर्मदास के सिर में गंभीर चोट आई थी। जबकि भाई का पैर टूटा था। घर के सदस्यों के साथ 14 अप्रैल को ही पिता और भाई  को लेकर तोरवा थाना क्षेत्र स्थित स्वास्तिक हॉस्पीटल में भर्ती कराया। गंभीर स्थिति को देखते हुए पिता को रात्रि लगभग 10:30 बजे बहतराई स्थित प्रथम हॉस्पीटल सरकण्डा में भर्ती कराया गया। रात्रि में ही  डॉक्टर रजनीश पाण्डेय ने आपरेशन किया। 21 अप्रैल की सुबह लगभग 10:30 बजे धर्मदास की मौत हो गयी।

 सरकन्डा पुलिस को देंगे जानकारी

सोमदास के अनुसार डॉक्टर रजनीश पाण्डेय ने कहा कि शव को घर ले जा सकते हैं। ईलाज से संबंधित दस्तोवज मांगे जाने पर डॉक्टर ने कहा कि अभी तुम्हारा भाई भर्ती है।  इलाज का बिल भी है। बिल भुगतान करने के साथ ही दस्तावेज दिया जाएगा। डाक्टर ने यह भी बताया कि थाने में मृत्यु की सूचना भेज देंगे।  शव लेकर घर जाओ और क्रियाकर्म करो।

पोस्टमार्टम की मांग पर डाक्टर ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है। पेपर बना कर दूंगा. । डॉक्टर के आश्वास  पर हम पिता के शव को लेकर हॉस्पीटल के एम्बुलेंस से गांव आ गए। परिवार और समाज की उपस्थिति में पिता अंतिम संस्कार किया गया।

24.अप्रैल को अपने भाई का छुट्टी कराने के लिए दुबारा अस्पताल आया। बिल का भुगतान कर दस्ता वेज मांगा।  एक बार फिर डॉक्टर रजनीश पाण्डेय ने कहा कि संबंधित दस्तावेज और मृत्यु प्रमाण पत्र थाना के हवाले किया जाएगा। तुम लोग जाओ…इसके बाद हम लोग गांव आ गये।

किडनी चोरी का लगाया आरोप

सोमदास मानिकपुरी के अनुसार अंतिम संस्कार के दौरान मेरे पिता के पेट के बगल में चीरे का गहरा निशा देखा गया। परिवार के कई लोगों ने चीरा को देखा। मुझे आशंका है कि हॉस्पीटल में ऑपरेशन के दौरान पिता की किडनी निकाली गयी है। मामले को लेकर हम पचपेढ़ी थाना गए। लेकिन हमारी शिकायत को नहीं लिखा गया। बताया गया कि जिस थाना क्षेत्र में धरमदास की मौत हुई है। मामले की जानकारी संबधित थाना को होगी। इसके बाद हम सरकन्डा थाना पहुंचे। पुलिस ने बताया कि अस्पताल से हमें ना तो जानकारी भेजी गयी है। और ना ही किसी प्रकार का उनके पास दस्तावेज ही है।

अस्पताल प्रबंधन ने दिया धोखा

एक बार फिर डॉक्टर रजनीश पाण्डेय से संपर्क किया । उन्होने ड्यूटी ऑफिसर से संपर्क करने को कहा। ड्यूटी ऑफिसर ने पहले तो पिता के ईलाज संबधित दस्तावेज देने से इंकार किया। बताया कि धर्मदास को अस्पताल से रिफर किया गया है। इसलिए पीएम रिपोर्ट दिया जाना संभव नहीं है। इसके बाद प्रबंधन ने कुछ दस्तावेज पकड़ा दिया। साथ ही कागजों पर हस्ताक्षर भी लिया। और बताया जा रहा है कि पिता को रिफर किया गया था। समझ में  नहीं आ रहा है कि क्या किसी शव को भी रिफर किया जाता है।

कम पढ़े लिखे होने का उठाया फायदा

सोमदास ने बताया कि हम लोग कम पढ़े लिखे लोग है। अस्पताल ने शव ले जाने के संबंध में हस्ताक्षर कराया गया। और अब कहा जा रहा है कि धर्मदास को रिफर किया गया है। जबकि पिताजी की मृत्यु प्रथम हॉस्पीटल में ही इलाज के दौरान हुई है। शव को हास्पिटल के एम्बुलेंस से गांव लाया गया। और अब रजनीश पाण्डेय रिफर किये जाने की बात कह रहे हैं। जबकी इसमें किसी प्रकार की सच्चाई नहीं है। मामले में जांच किया जाना जरूरी है। क्योंकि परिवार को आशंका है कि अस्पताल में ईलाज के दौरान उनके पिता की किड़नी को निकाला गया है।

दर दर भटकने को मजबूर

पीड़ित के अनुसार लगातार मांग के बाद भी प्रबंधन दस्तावेज नहीं दे रहा है। पिताजी की मौत प्रथम हॉस्पीटल में हई है। हॉस्पीटल के एम्बुलेंस से शव को सोन लोहर्सी भेजा गया। मामले की जानकारी सरकन्डा थाना को भी नहीं है। हमें अभी तक न्याय नहीं मिला है। पचपेड़ी थाना के अनुसा्र जब तक हॉस्पीटल का दस्तावेज पेश नहीं किया जाएगा। एफआईआर दर्ज नहीं होगा। इस दौरान परिवार पर मामले को लेकर लगातार समझौता का दबाव बनाया जा रहा है।  भाई के पैर में  राड लगा है। ऐसी स्थिति में न्याय नहीं मिलने से परिवार को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

कलेक्टर ने आवेदन पर लगाया मुहर

 

सोमदास ने बताया कि लिखित शिकायत कर कलेक्टर और पुलिस कप्तान से थाने में एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। साथ ही पेट में लगे चीरा के बारे में बताया है। कलेक्टर से यह भी बताया कि प्रथम अस्पताल में उनके पिता की किड़नी चोरी हुई है। मामले में जांच जरूरी है। इसलिए कब्र से बाहर निकालकर पिता के शव का पोस्टमार्टम किया जाए। मामले में कलेक्टर ने आवेदन पर एसपी के लिए मार्ग किया है। उन्होने आश्वासन दिया है कि मा्मले में जांच परख होगी। परिवार को न्याय मिलेगा।

close