क्यों नहीं हुआ पोस्टमार्टम…?..थाने को नहीं दी गयी सूचना..किडनी मामले में प्रथम अस्पताल पर आरोप के बाद…परिजनों ने बताया पुलिस को सच

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर….बहतराई स्थित शहर के प्रथम हॉस्पिटल में मृत व्यक्ति का किडनी निकाले जाने के आरोप ने तूल पकड़ लिया है। पचपेढ़ी पुलिस ने पीड़ित परिवार के शिकायत कर्ता को थाना बुलाकर प्रकरण दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि मेडिकल टीम की मौजूदगी में बुधवार को दफनाए गए शव को निकालकर पोस्टमार्टम कराया जा सकता है।
जानकारी देते चलें कि एक दिन पहले यानि सोमवार को सोन निवासी सोमदास मानिकपुरी ने प्रथम अस्पताल पर पोस्टमार्टम नहीं किए जाने के अलावा पिता की किडनी निकाले जाने का आरोप लगाया। सोमदास ने मामले की लिखित शिकायत को जिला और पुलिस प्रशासन से किया। पुलिस कप्तान और कलेक्टर के निर्देश पर पचपेढ़ी पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।  पचपेढ़ी पुलिस ने शिकायत कर्ता मृतक धरमदास के बेटे सोमदास को मंगलवार को थाना बुलाया और प्रकरण दर्ज किया है।
प्रथम अस्पताल में ईलाज
जानकारी देते चलें कि 14 अप्रैल को पचपेड़ी थाना क्षेत्र सोन निवासी धरम  दास मानिकपुरी और बेटा दुर्गेश दास शादी का कार्ड बांटने बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान एक स्कार्पियो ने टक्कर मार दिया। टक्कर में धरमदास के सिर और दुर्गेश को पैर में गंभीर चोट पहुंची। स्थानीय लोगों के प्रयास से आनन फानन में पिता पुत्र को सामुदायिक अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने धरमदास की स्थिति गंभीर देखते हुए दोनों को बिलासपुर रिफर कर दिया।
            परिजनों ने दोनों घायलों को सबसे पहले तोरवा थाना क्षेत्र के स्वास्तिक अस्पताल लाया। इसके बाद रिफर पर  बहतराई स्थित प्रथम अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायल दुर्गेश के साथ धरमदास का इलाज शुरू हुआ। प्रथम अस्पताल के डॉक्टर रजनीश पाण्डेय ने बताया कि धरमदास के सिर पर गंभीर चोट पहुंची है। तत्काल आपरेशन किया जाना जरूरी है।  15 अप्रैल की रात्रि धरमदास का आपरेशन किया गया। और फिर 21 अप्रैल को धरमदास की मौत हो गयी।
 
 
शव को किया रिफर
 
मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों से रिफरल दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराया। इसके बाद अस्पताल अम्बुलेन्स से धरमदास के शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव रवना कर दिया। डाक्टर ने परिजनों को बताया कि मामले की जानकारी सरकन्डा थाना को भेज देंगे। चार पांच दिन बाद धरमदास का लड़का सोमदास दस्तावेज लेने पहुंचा तो प्रथम अस्पताल प्रबंधन ने  देने से इँकार कर दिया।
थाने को नहीं दी गयी जानकारी
थाना अस्पताल का चक्कर लगाकर परेशान होने के बाद सोमदास सोमवार को पुलिस कप्तान और कलेक्टर को लिखित शिकायत कर बताया कि अंतिम संस्कार के समय पिता के बगल पेट पर चीरा का निशान देखने को मिला है। उसे शक है कि पिता की किडनी निकाली गयी है। मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने तत्काल पुलिस कप्तान को अवगत कराया। पुलिस कप्तान ने पचपेढ़ी पुलिस को सोमदास की शिकायत कों गंभीरता से लेने को कहा।
शिकायत कर्ता को पुलिस ने किया तलब
मंगलवार को सोमदास मानिकपुरी ने बताया कि पचपेढ़ी पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लिया है। शायद बुधवार को पिता की दफन लाश निकाला जाएगा। और पोस्टमार्टम कराया जाएगा। उसे विश्वास है कि न्याय मिलेगा।
पुलिस को नहीं दी गयी जानकारी
बताते चलें कि गंभीर यानि जानलेवा एक्सीडेन्ट मामलों में अस्पताल को स्थानीय थाने को सूचित करना होता है। लेकिन प्रथम अस्पताल की तरफ से सरकन्डा थाना को किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं दी गयी। यही कारण है कि सरकन्डा पुलिस ने सोमदास की  तरफ से एफआईआर की मांग पर प्रथम अस्पताल से किसी  प्रकार की सूचना होने से इंकार कर दिया। सरकन्डा पुलिस ने सोमदास को बताया कि  थाने को ना तो एक्सीडेन्ट की जानकारी है और ना ही धरमदास के मौत की सूचना है।
बदनामी से बचने किया शव को रिफर
सोमदास ने बताया कि अस्पताल प्रंबंधन ने बिना भुगतान लिए आनन फानन में पिता को ले जाने के लिए कहा। बाद में पता चला कि प्रबंधन ने उससे रिफर के कागजात पर दस्तखत कराया। ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया कि ताकि अस्पताल की बदनामी ना हो।
पोस्टमार्टम नहीं किया गया..
घटनाक्रम पर कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों ने बताया कि मौत के बाद पोस्टमार्टम किया जाना जरूरी था। जानकारी थाने को दिया जाना चाहिए था। अस्पताल में सीसीटीवी कैमरा होगा। जांच पड़ताल के दौरान पता चल जाएगा कि धरमदास की मौत कब हुई। उसे जिन्दा रहते रिफर किया गया या  मौत के बाद बदनामी से बचने रिफर के कागज पर दस्तखत कराया गया। जांच के बाद ही पता चलेगा। 
अभी व्यस्त हूं..एक घंटे बाद मिलुंगा
मामले को लेकर मीडिया के लोग प्रथम हॉस्पिटल पहुंचे। अस्पताल संचालक डॉ रजनीश पांडे से मीडियाकर्मियों को मोबाइल पर बताया कि फिलहाल वह व्यस्त हैं। इसलिए अभी मुलाकात संभव नही है। जबकि अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि डॉ रजनीश पांडे अभी राउंड पर हैं। थोड़े देर बाद कक्ष में आएंगे। सवाल उठता है कि आखिर डॉ पांडेय मीडिया से क्यों बचना चाहते है। मामले को लेकर लोगो की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आ रही है। 
न्याय के लिए लगाउंगा सीएम से गुहार
सोमदास ने बताया कि यदि न्याय नहीं मिला मुख्यमंत्री से गुहार लगाएंगे। बताते चलें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तीन दिवसीय दौरा पर 11 मई से 13 मई तक बिलासपुर, मस्तूरी और बेलतरा विधानसभा के दौरे पर हैं। सोमदास ने कहा कि भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री के सामने परिवार के साथ गुहार लगाएंगे।
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