जगदलपुर।शहर से 40 किमी दूर ‘भारतीय नियाग्राÓ के नाम से मशहूर चित्रकूट जलप्रपात में शनिवार को एक युवक के डूब जाने की सूचना स्थानीय पुलिस व बाढ़ बचाओ टीम के साथ ही एसडीआरएफ की टीम को दी गई, जहाँ घंटों की मशक्कत के बाद भी युवक नहीं मिला। इसके अलावा युवक जिस जगह डूबा था, वहां पर उसका कोई सुराग हाथ नहीं आया। घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी युवक का पता नहीं चला है।पुलिस ने बताया कि यूपी लखनऊ निवासी अनुराग यादव अपने परिजनों के साथ जगदलपुर चित्रकूट जलप्रपात देखने के लिए आया हुआ था, जिसके बाद सीढिय़ों से नीचे उतरकर नहाने के लिए नदी में चला गया, जहाँ पानी में डूब गया। युवक नहीं मिलने पर जब परिजनों ने उसकी खोजबीन की तो उसका जूता नदी किनारे दिखाई दिया, युवक के डूब जाने का अनुमान लगाकर परिजनों ने स्थानीय लोगों को इसकी सूचना दी।
.पुलिस टीम के द्वारा खोजबीन करने के बाद इसकी सूचना नगर सेना सेनानी संतोष मार्बल को दिया गया, जिसके बाद बाढ़ बचाव टीम के साथ ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुँचकर युवक की पतासाजी में जुट गई, लेकिन युवक का कोई भी सुराग पुलिस के हाथ नही लगा। इसके अलावा रात होने के कारण टीम के लोगों ने बचाव अभियान को रोक दिया और उसके बाद रविवार की सुबह फिर से खोजबीन शुरू हुई, वहीं युवक के डूब जाने की बात का पता चलने के बाद परिवार में मातम छा गया है।नगर सेना सेनानी सन्तोष मार्बल ने बताया कि पानी के तेज बहाव और पत्थरों के कारण बोट संचालन में कठिनाई हो रही है, जिसके चलते सर्चिंग में दिक्कतें आ रही है। ज्ञात हो कि घटना के 24 घण्टे बाद भी शव का पता नहीं चल सका है। जबकि बाढ़ बचाव दल और एसडीआरएफ के 15 से अधिक जवान सर्चिंग में लगे हैं।