रायपुर।राज्य में सौर सुजला योजना के तहत अब तक 36 हजार 393 सोलर पंप राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में लगाये गये है। इसके अलावा लगभग बीस हजार सोलर पंप स्थापित करना प्रस्तावित है। यह जानकारी मंत्रालय में छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) की शासी निकाय बैठक में दी गयी।बैठक की अध्यक्षता क्रेडा के अध्यक्ष पुरन्द मिश्रा ने की। बैठक में विभिन्न प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि इस वर्ष राज्य शासन द्वारा क्रेडा को विभिन्न योजनाओं के लिए 738 करोड़ 61 लाख रूपये के बजट स्वीकृत किया गया है।बैठक में अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन द्वारा राज्य के ऐसे किसान जिनके खेतों तक बिजली नही पहुंची है उनके खेतों में सौर सुजला पम्प स्थापना के लिए सौर सुजला योजना वर्ष 2016-17 में शुरू की गयी थी। इसके तहत योजना के प्रथम चरण में 12 हजार 80 सोलर पम्प किसानों के खेतों में लगाये गये है। दूसरे चरण 25 हजार सोलर पम्प स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके तहत अब तक 24 हजार 313 सोलर पम्प स्थापित किये जा चुके है, शेष 687 सोलर पम्प इस माह के अंत तक स्थापित कर लिए जाएंगे। इसी तरह से तीसरे चरण में बीस हजार से ज्यादा सोलर पंप लगाये जाना प्रस्तावित किया गया है। बैठक में बताया गया कि ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीसियेन्सी (बीइइ) भारत सरकार के सौजन्य से छत्तीसगढ़ राज्य में एल.ई.डी. एवं अन्य टेस्टिंग प्रयोगशाला की स्थापना के लिए राजधानी रायपुर का चयन किया गया है।
बैठक में बताया गया कि हर घर बिजली पहुंचाने सौभाग्य योजना के तहत राज्य के 21 जिलों के एक हजार 753 ग्रामों और मजरे-टोले के 45 हजार 417 घरों में चालू वर्ष के दिसम्बर माह तक बिजली पहुंचा दी जायेगी। यह कार्य लगातार जारी है इस कार्य पर लगभग 277 करोड़ रूपये व्यय होगा। बैठक में ऊर्जा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी और क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आलोक कटियार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।