छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान में पीजी की सौ सीटों की मान्यता दिये जाने से पहले एमसीआई की टीम बिलासपुर पहुंची। टीम का नेतृत्व वाराणसी बीएचयू से ओपी मिश्रा, बाकुरा बंगाल से प्रोफेस स्वप्न पाठक,असम गोवाहटी से डॉक्टर आर. वैश्य ने किया। टीम के सदस्यों ने बारीकी से मेडिकल कॉलेज के सभी विभागों का बारीकी निरीक्षण किया।
सिम्स के डीन विष्णु दत्त ने बताया कि प्री पीजी मान्यता से पहले टीम के सदस्यों ने सिम्स का निरीक्षण किया है। पीजी की डिग्री मिलने के बाद फेकेल्टी,टीचिंग स्टाफ और अन्य प्रक्रिया जांच के लिए निरीक्षण एक सामान्य प्रक्रिया है। विष्णु दत्त ने बताया कि विश्वास है कि इस बार सिम्स को सौ सीटों सीटों की मान्यता मिल जाएगी।
बाहर जिन विभागो में पीजी कोर्स चालू होने है उनमें नेनाडोमिक की 4 सीटे, एएसजी की 7 सीटे, फिजयोलाजी में 4 सीटे, पेथोलाजी की 7 सीटें, ईएनची 3 सीटें, स्त्री रोग विभाग में 5 सीटें, आर्थोपेडिक की 5 सीटे, मेडीसीन में 8 सीटे, कम्यूनिटी के लिए 6 सीटो में सिम्स ने पीजी के लिए अप्लाई किया है। विष्णु दत्त ने बताया कि जिन सीटों के लिए हमने आवेदन किया था उसी का निरीक्षण करने तीन सदस्यीय टीम आयी है।
तीन सदस्यी टीम को सिम्स निरीक्षण के दौरान गायनिक वार्ड, पेथॉलाजी विभाग और माइकोबायलोजी विभाग में गड़बड़ी नजर आने की बात कही जा रही है। टीम के साथ निरीक्षण के दौरान सिम्स अधीक्षक रमणेश मूर्ति और अन्य स्टाफ ने बताया शिकायतों को ठीक कर लिया जाएगा।जानकारी के अनुसार तीन सदस्यीय टीम कल सीपत सेन्टर का निरीक्षण करने जाएगी।