बिलासपुर— स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर प्रदेश के सभी सार्वजनिक और निजी चिकित्सलयों में कोरना वायरस के प्रकोप से बचने जरूरी इंतजमात किए गए है। अस्पतालों में अलग से कोरोना वायरस मरीजों के लिए केन्द्र खोले गए हैं। संदेहियों और मरीजों के लिए अलग और सुरक्षित वार्ड की व्यवस्था की गयी है।
सिम्स की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आरती पाण्डेय ने बताया कि शासन और स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइड लाइन के अनुसार सिम्स में संभावित कोरना वायरस मरीजों की देखरेख और इलाज के लिए व्यापक इंतजाम किये गए है। डॉ.आरती पाण्डेय ने बताया कि सिम्स में एक 12 बिस्तरों वाला अलग से वार्ड कोरोना वायरस संदेहियों या मरीजों के लिए सुरक्षित रखा गया है। विशेष रूप से चिकित्सकों को तैनात किया गया है।
कोरोना वायरस मरीजों के लिए सिम्स प्रबंधन ने विशेषज्ञ चिकित्सकों को विशेष निर्देश भी दिए है। सारी जिम्मेदारियों के लिए डॉ.सुजय सिंह को नोडर अधिकारी बनाया गया है। साथ ही आने वाले किसी भी संभावित मरीजों को गंभारता से जांच पड़ताल की जा रही है।
डॉ.आरती पाण्डेय ने बताया कि मेडिकल एडवायजरी और स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी आम नागरिकों के लिए कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ निर्देश दिया है। प्रत्येक व्यक्ति को भीड़ भाड़ इलाके से दूर रहने को कहा गया है। सर्दी खासी वाले व्यक्ति से ज्यादा से ज्यादा फासला बनाकर रखा जाए। एल्कोहलिक सेनेटाइजर का बार बार हाथ थोने में इस्तेमाल किए जाने की बात आरती पाण्डेय ने कही है। सिम्स की वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को विदेश से आने वालों से दूरी बनाकर रखना जरूरी है।
इसके अलावा यदि किसी को सर्दी है तो घबराने की कोई बात नही है। यह सामान्य सर्दी है। यदि सर्दी के साथ खांसी,बुखार नियमित होने के साथ वदन में दर्द है तो तत्काल चिकित्सा केन्द्र पहुंचकर जांच कराए। आरती पाण्डेय ने कहा कि यद्यपि भारत में और खासकर छत्तीसगढ़ में किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। बस सुरक्षा के उपायों पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है।