बिलासपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की ओर से विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज है गईं हैं। इस सिलसिले में प्रदेश के अलग-अलग तबके के लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए कवायद शुरू हो गई है। पार्टी ने प्रदेश के अनुसूचित जाति के लोगों को जाड़ने की जिम्मेदारी मालखरौदा के पूर्व विधायक पूरन लाल जांगड़े को सौंपी है और उन्हे पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग का संरक्षक बनाकर पूरे प्रदेश में अनुसूचित जाति के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने कहा गया है।जैसा कि मालूम है कि छत्तीसगढ़ मे अनुसूचित जाति के मतदाताओँ की भूमिका अहम् है। इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि प्रदेश की कुल विधानसभा सीटों का करीब दस फीसदी यानी 9 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं।
जबकि इससे दो गुनी विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां अनुसूचित जाति के मतदाताओँ की गिनती निर्णायक स्थिति में है। इसके मद्देनजर चुनाव के लिहाज से अनुसूचित जाति के मतदाताओँ को अपने साथ जोड़ने की कवायद हर चुनाव के पहले शुरू हो जाती है।
जोगी कांग्रेस की नजर भी इस ओर है और जिस तरह से अनुसूचित जाति के नेताओँ को साथ जोड़ने की पहल की जा रही है उससे लगता है कि इस वोट बैंक को साधने में पार्टी अपनी ओर से कोई कसर बाकी नहीं रखना चाह रही है। इसी सिलसिले में मालखरौदा के पूर्व विधायक पूरन लाल जांगड़े को पार्टी में अहम् जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हे जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जाति विभाग का संरक्षक बनाया गया है। पार्टी सुप्रीमों अजीत जोगी की ओर से जारी नियुक्ति पत्र में कहा गया है कि पूरन लाल जांगड़े अपने कामों से प्रदेश अध्यक्ष को मदद करते रहेंगे।उन्हे दलित वर्ग को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है। उनसे कहा गया है कि इस वर्ग की समस्याओँ , आकाँक्षाओँ और अपेक्षाओँ का निराकरण करने की दिशा में अपना योगदान देंगे। और संरक्षक के रूप में काम करेंगे।
इस नियुक्ति के बाद पूरन लाल जांगड़े ने कहा कि उन्होने अनुसूचित जाति वर्ग के साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी समाज के लोगों के बीच काफी लम्बे समय से काम किया है। उन्होने पूरा भरोसा जताया कि जोगी कांग्रेस को इसका लाभ निश्चित रूप से मिलेगा। आने वाले समय में इसके बेहतर नतीजे सामने आएंगे।उन्होने यह भी कहा कि अजीत जोगी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों का हित सुनिश्चित नजर आता है।