बिलासपुर— यनिसेफ और पीएमएसआर फांउडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एक संयुक्त मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। नियमित टीकाकरण विषय पर आयोजित कार्यशाला में मीडियाकर्मियों ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में आ रहे लगातार बदलाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थित लोगों से बताया कि समय के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत बदलाव आया है। जैसे जैसे टेक्नोलाजी का विकास हो रहा है वैसे-वैसे स्वास्थ्य जन्म दर अनुपात में वृद्धि हुई है। इस मौके पर संभागायुक्त सोनमणि वोरा और सीएचएमओ एस,के सक्सेना भी उपस्थित थे।
संयुक्त कार्यशाला को मिडिया जगत से जुड़े लोगों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान संभागायुक्त सोनमणि वोरा ने भी परामर्श दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएचएमओं एस.के.सक्सेना ने कहा कि लोगों में भ्रांति है कि एक साथ पांच टीका लगाने से शिशु पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि मै यह बताना चाहता हूं कि यदि कोई दवाई या वैक्सिन दिया जाता है तो वह बहुत प्रयोग और प्रमाण के बाद प्रयोग में आता है।
सक्सेना ने बताया कि भारत में स्माल पाक्स के बाद यदि बहुत बड़ा सफल अभियान चला है तो वह पोलिया का है। इसे अभियान को सफल बनाने में में मीडिया की भूमिका सर्वोपरि है। टीकाकरण अभियान में मिडिया का सहयोग मिलेगा। जब ऐसा होगा तो भारत में पांच बीमारियों का भी वही हाल होगा जो स्माल पॉक्स और पोलियों का हुआ है।