रायपुर।केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ईरानी ने रायपुर मे भारतीय प्रबंधन संस्थान के 5वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित किया।जिसमे स्नातकोत्तर प्रबंधन के 140 विद्यार्थियों को इस दीक्षांत समारोह में उपाधि प्रदान की गई, वहीं चार छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। श्रीमती ईरानी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिस तरह से छत्तीसगढ़ राज्य सार्वजनिक वितरण प्रणाली, ऊर्जा, वनोपज और कृषि आधारित उद्योग क्षेत्र में प्रबंधन तकनीक का इस्तेमाल कर मॉडल राज्य के रूप में उभर रहा है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में डिजिटल इंडिया और मेक-इन-इंडिया के सपनों को छत्तीसगढ़ सबसे पहले पूरा करेगा।श्रीमती ईरानी ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं की उज्जवल भविष्य की कामना की और कहा कि प्रबंधन के साथ जो विभिन्न संकाय की शिक्षा प्राप्त करते हैं, तो वे योजना बनाकर काम करते हैं और वे जो प्लान बनाते हैं, उससे उनकी चरित्र की पहचान होती है।
विभिन्न अवसरों पर प्रबंधन के अनेक संस्थानों में मेरा जाना हुआ, वहां मैंने पाया कि विद्यार्थी वित्तीय प्रबंधन में ज्यादा अवसर देखते हैं। मुझे लगता है कि अब विद्यार्थियों को सामाजिक प्रबंधन के क्षेत्र में भी ज्यादा ध्यान केन्द्रित करना चाहिए, जैसा कि छत्तीसगढ़ में हो रहा है। हमें आर्थिक क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र में भी कार्य योजना बनाकर काम करने की जरूरत है, जिससे लोगों का जीवन खुशहाल हो।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास में प्रबंधन का सबसे बड़ा योगदान है। सोलह साल की इस विकास यात्रा में छत्तीसगढ़ ने अनेक उपलब्धियां हासिल की है। राज्य का बजट पहले केवल पांच हजार करोड़ था, आज 75 हजार करोेड़ रूपए से अधिक हो गया है। उन्होंने प्रबंधन को व्यापक क्षेत्र निरूपित करते हुए कहा कि योजना के क्रियान्वयन में प्रबंधन की बहुत बड़ी भूमिका होती है और इसी के जरिए छत्तीसगढ़ ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली की चुनौती को अवसर में बदला, जिससे इस राज्य के 60 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं।