बिलासपुर—बिलासपुर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय हैकर गैंग और सायबर अपराध करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पकड़े गए सभी आरोपी नाबालिग है। एडिश्नल एसपी ओपी शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी फेक क्रेडिट कार्ड के सहयोग से महंगे शापिंग करते थे। नाबालिगों का गिरोह ज्यादा रूपया कमाने के चक्कर में फेसबुक इंस्टाग्राम सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों की फेक आईडी बनाते थे। साथ ही सामने वाले को वीडियों काल को टेप कर ब्लैकमेल कर भारी भरकम राशि वसूलते थे।
एडिश्वनल एसपी ओपी शर्मा ने बताया कि पुलिस कप्तान के निर्देश और मुखबिर पर नाबालिग हैकरों गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। ओपी शर्मा ने बताया कि पुलिस कप्तान को जानकारी मिली कि कुछ नाबालिक अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड को हैक कर ऑनलाइन महंगी शॉपिंग कर रहे हैं। कीमती आईफोन मोबाइल हैंडसेट घड़ी की खरीदी कर रहे हैं। पुलिस कप्तान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम का गठन किया। साथ ही सायबर सेल के सहयोग से गिरोह के पर्दाफाश का निर्देश दिया।
बताते चलें कि पुलिस कप्तान ने गिरोह का भांडा फोड़ने एडिशनल एसपी शहर ओपी शर्मा और नगर पुलिस अधीक्षक निमिष भैया को जिम्मेदारी दी। इसके बाद आरोपियों की पतासाजी शुरू हुई। तीन नाबालिगों को पकड़ा गया। पूछताछ के दौरान तीनों ने अन्तर्राष्ट्रीय ठगी की बात को कबूल किया।
ओपी शर्मा ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों नाबालिको ने जानकारी दी कि अधिक रकम कमाने और शौक को पूरा करने फेसबुक इंस्टाग्राम समेत अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म के सहयोग से लड़कियों की फर्जी अकाउंट बनाते हैं। वीडियो कॉलिंग के माध्यम से सामने वाले को कॉल करते और रिकार्डेड वीडियो की धमकी देकर व्यक्ति से ब्लैक मेलिंग करते थे।
ऑनलाइन पेमेंट वॉलेट के माध्यम से वसूली किया करते। ओपी शर्मा ने बताया कि पूछताछ के जानकारी मिली कि तीनों नाबालिक बचपन से ही मोबाइल कंप्यूटर से जुड़े हैं। शौक को पूरा करन ेकई साईट का उपयोग करते करते अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड हासिल करना शुरू कर दिया। इसके बाद विभिन्न शॉपिंग साइट से महंगे आईफोन आईपैड घड़ी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मंगाना शुरू कर दिया। सामानों को सस्ते दामों में बेचकर नगद हासिल कर आपस में बटवारा किया करते थे।
पकड़े गए तीनों नाबालिक अत्यधिक धन कमाने की लालच में हैकिंग का कार्य शुरू किया। नाबालिगों ने बताया कि इंटरनेट पर सभी साइट का प्रयोग करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड की जानकारी होती थी। प्रोक्सी सर्वर के माध्यम से कनेक्ट कर अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड का नंबर हासिल करते और देश का आईपी प्रयोग कर निर्धारित रकम संबंधित देश की मुद्रा से अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट कार्ड की बदौलत डिटेल लेकर वास्तविक मूद्रा से काफी कम कीमत में विदेशी मुद्रा खर्च कर ऑनलाइन शॉपिंग करते थे।
विदेशी मुद्रा खरीदने के लिए भारतीय मुद्रा पेटीएम के माध्यम से जमा करते थे। पेटीएम संचालित करने के लिए तमिलनाडु उड़ीसा से किसी के नाम पर रजिस्टर्ड पेटीएम को हासिल किया। इसी पेटीएम अकाउंट से बिटकॉइन खरीदते। बिटकॉइन क्रेडिट कार्ड का डाटा प्राप्त करने के बाद ऑनलाइन फ्लिपकार्ड गेटवे से मोबाइल ऑर्डर करते । खाली पार्सल की फोटो कंपनी को भेज कर रूपए ऐंठने के अलावा पैक से निकाले गए मोबाइल को सस्ते दाम में बेच देते हैं।
एडिश्नल एसपी ने बताया कि नाबालिगों के पास से 25 नग से अधिक आइफोन, 2 नग लैपटाुस 1 नग आईपैड, 2 नग आईवाच, फर्जी सिम कार्ड और एक कार जब्त किया गया है।
एडिश्नल एसपी ने बताया कि घटना के खुलासे निरीक्षक मोहम्मद कलीम, प्रभाकर तिवारी, सागर पाठक, मनोज नायक, सहायक उपनिरीक्षक हेमंत आदित, आरक्षक सरफराज खान, दीपक यादव अशफाक खान, तरुण केशरवानी, विकास यादव, रामकुमार, गोकुल जांगड़े, राजेश नारंग, राजेश यादव, संदीप वर्मा का नाम प्रमुख है।