बिलासपुर– प्रेस क्लब विलासपुर में आज लोकस्वर के प्रथम संपादक दिनकर केशव भाकरे के निधन पर पत्रकारों ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। उपस्थित पत्रकारों ने दो मिनट मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस क्लब के अध्यक्ष ने भाकरे के जीवन पर प्रकाश डाला ।
भाकरे के निधन पर दुख जाहिर करते हुए बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष शशिकांत कोन्हेर ने कहा कि दिनकर केशव भाकरे के स्थान को भरना नामुकिन है। उन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह पत्रकारिता को अर्पित किया था। वे जहां भी रहे पत्र पत्रिकाओं के पर्याय बनकर रहे। कोन्हेर ने बताया कि दिनकर भाकरे जी ने लोकस्वर में संपादक रहते हुए जिले में होनहार पत्रकारों की टीम खड़ा किया। उनके सानिध्य में जिस पत्रकार ने भी काम किया। वह आज विशेष मुकाम पर है। शशिकांत कोन्हेंर ने बताया कि भाकरे जी के जीवन में आराम नाम का कोई शब्द नहीं था। वे जन्मजात पत्रकार थे। उन्होंने पढ़ते लिखते अपना जीवन सबको अर्पित कर दिया।
उपस्थित पत्रकारों को संबोधित करते हुए कोन्हेर ने कहा कि भाकरे ना केवल पत्रकार बल्कि चिंतक भी थे। उन्होंने अपने समय में भाकरे जी दीनदयाल उपाध्याय शताब्दी समारोह के समन्वयक रूप में काम कर रहे थे। उन पर कभी भी उम्र प्रभावी नहीं रहा। उस मौके पर अन्य वरिष्ठ पत्रकारों ने भी भाकरे के जीवन पर प्रकाश डाला। अंत में उनके सम्मान में दो मिनट मौन रख श्रद्धासुमन अर्पित किया।