बिलासपुर—राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने केरल राज्य में निपाह वायरस फैलने बाद एडवायजरी जारी किया है। कलेक्टर पी.दयानन्द ने मामले की जानकारी दी है। कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि ऐसे व्यक्ति जो केरल के प्रभावित जिलों में 21 दिन पूर्व भ्रमण किये हों। अथवा उन जिलों के संभावित और पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने की जानकारी है। ऐसे लोगों को निदान और उपचार के दौरान सावधानी रखने की जरूरत है।कलेक्टर ने एजवायजरी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि निपाह वायरस संक्रमित चमगादड़ के स्त्राव पेशाब और अन्यस्त्रोत के माध्यम से फैलता है। एडवायजरी में नागरिकों से अपील की गई है कि जब कोई इंसान या जानवर चमगादड़ों के जूठे फल या सब्जियों को खाते हैं तो उनमें भी निपाह वायरस फैल जाता है। सुरक्षा के लिहाज से जरूरी है कि जमीन में गिरे फल न खाएं जाएं।
केरल राज्य में निपाह वायरस से नागरिकों के प्रभावित होने के मामले सामने आये हैं। यह संक्रमणकारी रोग है। संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति भी प्रभावित हो सकते हैं। निपाह वायरस संक्रमण के लक्षण सामान्य इन्फ्लूएंजा की तरह ही होते हैं। संक्रमण से बुखार सिरदर्द के साथ प्रारंभ होता है। संक्रमण की अवधि 4 से 18 दिन की होती है। कलेक्टर ने सभी नागरिकों से अपील की है कि ऐसे प्रभावित मरीज जो बुखार के साथ मानसिक बदलाव अथवा झटके महसूस करते हैं। वे तत्काल जिला चिकित्सालय में अपना परीक्षण एवं उपचार कराएं।