रायपुर— पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। अजीत जोगी ने कहा है कि लाकडाउन के चलते लोगों के आर्थिक संसाधनों पर चोट पहुंची है। इसलिए जरूरी है कि बिजली भुगतान की अंतिम तारीख को बढ़ाया जाए। अन्यथा को जनता को अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ जाएगा। इसके चलते उभभोक्ताओं की परेशानी भी बढ़ जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर बिजली भुगतान की अंतिम तारीख बढ़ाए जाने की मांग की है। पत्र में अजीत जोगी ने लिखा है कि कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर लाॅकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने मार्च-अप्रैल 2020 की बिजली बिल 30 अप्रैल 2020 तक आनलाईन जमा करने का समय दिया है। प्रदेश के विभिन्न ग्रामों में इंटरनेट की समस्या को देखते हुये ग्रामवासियों को आनलाईन बिजली बिल भुगतान में परेशानी होना स्वाभाविक है।
जोगी ने कहा कि इसके अलावा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने दो माह बिल रीडिंग की जगह विद्युत बिल उपभोक्ताओं को 12 महिने का औसत रीडिंग बिल दिया गया है। जिसके कारण उपभोक्ताओं के बिजली बिल भी ज्यादा राशि मे आ रही हैं। वर्तमान में चल रहे लाॅकडाउन के कारण उपभोक्ताओं के आर्थिक कमाई के संसाधन बंद हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं पर अनावश्यक आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।
30 अप्रैल 2020 तक बिजली बिल नही जमा होने पर उपभोक्ताओं से लेट फीस की वसूली होगी। जिससे उपभोक्ताओं को अत्यधिक आर्थिक नुकसान उठाना होगा। स्थिति को देखते हुये अनुरोध है कि बिजली बिल भुगतान की तारीख 15 मई 2020 तक बिना लेट फीस किया जाए।