बिलासपुर।बिलासपुर जिले में 10 मई के बाद बाकी राज्यों से प्रवासी मजदूर प्रवेश कर रहे हैं। इनकी जांच के लिए प्रशासन के अवसर शिक्षक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों की जांच करने और उनके व्यवस्था के लिए राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार की ड्यूटी स्टेशन में लगाई गई थी।6 जून को अचानक अधिकारी को तेज बुखार आया। उसी दिन उनका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। बुधवार को अफसर की सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई हालांकि 6 जून से ही वे अपने घर में क्वारेन्टीन में थे।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया है।जिन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उनमें मस्तूरी का एक 0 साल का नवजात भी शामिल है। इसी तरह बिल्हा क्षेत्र की एक 11 साल की लड़की की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। दूसरे राज्यों से मजदूरों की लौटने के बाद शहर में कोरोनावायरस संख्या बढ़ती जा रही है।कंटेनमेंट जोन के बाहर पुलिस बल के रहने के लिए टेंट लगाए गए हैं लेकिन किसी भी कंटेनमेंट जोन में पुलिस बल तैनात नहीं रहता।बांस बल्लियों को लगाकर क्षेत्र को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। शिक्षक के बाद अब एक नायब तहसीलदार के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद कर्मचारियों में दहशत है।
कोरोना ड्यूटी में लगाए गए जिले के करीब दस हजार शिक्षकों और चार हजार से अधिक दूसरे विभाग के कर्मचारियों पर भी संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है।बुधवार को एक ही दिन में 41 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें रेलवे स्टेशन में ड्यूटी करने वाले शहर के नायब तहसीलदार शामिल है। इसके अलावा शहर से लगे कछार से 5 ,एनटीपीसी 8 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें तीन डॉक्टर है।शेष मरीज बिल्हा और मस्तूरी क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों से हैं।