बिलासपुर— सरकन्डा पुलिस ने एक दिन पहले पीड़ितों के सहयोग से पकड़े गए दोनो प्रापर्टी डीलरों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने दोनो आरोपियों के ठिकानों पर धावा बोला। शिकायत कर्ताओं का बयान भी लिया। छानबीन के दौरान पुलिस ने लाखों रूपयों की ठगी का दस्तावेेज जब्त किया है। दोनों को गिरफ्तारी के बाद न्यायालय के हवाले किया है। पकड़े गए दोनो प्रापर्टी डीलरों का नाम संतोष और संदीप जायसवाल है।
सस्ते दर पर प्लॉट और मकान बनाकर देने का गोरखधंधा करने वाले पकड़े गए दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार दोनों ने ठगी कर आलीशान ऑफिस बनाया। चकाचौंध दिखाकर ग्राहकों को जमकर झांसा दिया। पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि आरोपियों ने अब तक करीब 50 से 60 लोगों के साथ ठगी किया है।
जानकारी देते चलें कि एक दिन पहले रजिस्ट्री कार्यालय के सामने से लेकर कलेक्टर कार्यालय के सामने तक नाराज भीड़ ने दो लोगों को जमकर पीटा। इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया। भीड़ में शामिल लोगों ने बताया कि दोनो आरोपी बिल्डर है। सैकड़ों लोगों को झांसा देकर करोड़ों रूपयों की ठगी किया है।
अंजना खरे ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि मार्च 2023 में बिलासपुर भूमि कंस्ट्रक्शन का विज्ञापन देखा। अशोकनगर स्थित कार्यालय पहुंचकर ब्रोकर संतोष जायसवाल, दीपक जायसवाल, सचिन जायसवाल से मिली। तीनों से सस्ते और आकर्षक स्कीम पर 1000 वर्ग फुट जमीन पर 25 लाख रुपए में मकान बनाकर देने का सौदा किया। 21000 टोकन दिया। महिला ने पुलिस को रसीद भी दिखाया। महिला ने बताया कि संतोष जायसवाल, संदीप जायसवाल और सचिन जयसवाल ने एक माह के भीतर रजिस्ट्री कराने बोला । तीन लाख रूपया भी जमा करवाया।
महिला के अनुसार बाद में जानकारी मिली कि आरोपियों ने उस जमीन पर किसी अन्य व्यक्ति से इकरारनामा कराया। एक माह बाद रजिस्ट्री बुलाया। 19 जुलाई की सुबह करीब 11: बजे जब रजिस्ट्री कार्यालय पहुंची। लेकिन तीनों में कोई भी व्यक्ति रजिस्ट्री कराने नहीं पहुंचा। इस दौरान आरोपियों का मोबाइल भी बन्द था। पतासाजी के दौरान जानकारी मिली कि आरोपियों ने मकान दिलाने का झांसा देकर ठगी को अंजाम दिया है।
सरकन्डा थाना प्रभारी नरे बताया कि अपराध दर्ज किए जाने के बाद मामले को विवेचना में लिया गया। छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि आरोपियों ने सस्ते दरों पर प्लाट और मकान देने का झांसा देकर करीब 40-50 लोगों के साथ ठगी किया है। अलग-अलग व्यक्तियों के नाम से इकरारनामा कर पैसा लेकर धोखा दिया है। निशानदेही पर आरोपियों के अलग-अलग ठिकानों पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
इस दौरान कई ग्राहकों से पैसा लेन देन के दस्तावेज भी मिले। सभी पीड़ित पक्षों का बयान लिया गया। संतोष जायसवाल,संदीप जयसवाल को पकड़ा गया। पूछताछ पर दोनों आरोपियों ने बताया अपराध कबूल किया। आरोपियों ने कबूल किया कि झांसा देकर करीब 50 से 60 लोगों के साथ ठगी किया है। दोनों को विधिवत गिरफ्तार न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।