बिलासपुर— सिम्स में इलाज कराने से पहले अब मरीज को आधार कार्ड और मोबाइल पंजीयन कराना अनिवार्य कर दिया गया है। यह जानकारी सिम्स चिकित्सक डॉ.आरती पाण्डेय ने दी। उन्होने बताया कि एक मार्च से नेशनल कम्यूटर का ठेका खत्म हो जाएगा। अब सिम्स में कार्यरत एमआईडी विभाग के कर्मचारी जरूरी दस्तावेज दिखाए जाने पर ही मरीज का पंजीयन करेंगे।
डॉ.आरती पाण्डेय ने बताया कि 1 मार्च से नेशनल कम्यूटर का ठेका खत्म हो जाएगा। अब सिम्स में भर्ती या इलाज से पहले मरीज को एमआरडी विभाग में जरूरी दस्तावेज दिखाना होगा। इसके बाद ही पंजीयन किया जाएगा। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि एमआऱडी में पंजीयन के समय मौके पर मौोजूद विभागीय कर्मचारियों को मरीज का आधार कार्ड दिखाने अलावा मोबाइल नम्बर बताना होगा। इस प्रक्रिया से मरीजों की जानकारी हमेशा के सिम्स में दर्ज रहेगी। मरीज जब दुबारा इलाज कराने आएगा तो पंजीकृत मोबाइल नम्बर के आधार पर पर्जी प्राप्त हो जाएगी।
डॉ. आरती पाण्डेय ने बताया कि पंजीयन शुल्क पूर्व की तरह दस रूपए ही लिया जाएगा। पंजीकृत पर्ची को सात दिनों के लिए मान्य होगा। सात दिन के बाद दस रूपए अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा।