कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पारित,BJP विधायकों को भोपाल से बाहर भेजने की योजना

Shri Mi
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भोपाल।मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार पर आए संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में आज यहां मुख्यमंत्री निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जनादेश प्राप्त कांग्रेस की सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों की घोर निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार इस प्रस्ताव में आरोप लगाया गया कि भाजपा ने जनप्रतिनिधियों को प्रलोभित, प्रताड़ित और गुमराह करके प्रजातंत्र को शर्मसार किया है। यह प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने विधायक दल की बैठक में रखा।

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प्रस्ताव में कहा गया कि लोकतांत्रिक मूल्यों की अवमानना करते हुए भाजपा ने मध्यप्रदेश की साढ़े सात करोड़ नागरिकों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं पर कुठाराघात करने की कोशिश की है, जो वेहद निंदनीय है। प्रस्ताव में कहा गया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने प्रदेश को माफियामुक्त बनाने के लिए संगठित अपराधियों, मिलावटखोरों के खिलाफ जो अभियान छेड़ा, वह भाजपा को रास नहीं आया, क्योंकि उनके पंद्रह साल के कार्यकाल में भी यह पूरा माफिया पले और पोषित हुए।

यही नहीं 14 माह के शासन में कांग्रेस सरकार ने ई-टेंडर, पौधरोपण, बुंदेलखंड पैकेज में भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए गए भीषणतम भ्रष्टाचार पर कार्यवाही प्रारंभ की। इससे भाजपा में भय व्याप्त हो गया और उसने कांग्रेस सरकार के खिलाफ षड़यंत्र रचना शुरु कर दिया।

प्रस्ताव में कहा गया भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पहले कुछ कांग्रेस के और निर्दलीय विधायकों को प्रलोभित किया। उन्हें निजी विमान से दिल्ली और बंगलूर ले जाकर मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ साजिश रची। जब वे इसमें सफल नहीं हुए, तो उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं का तुष्टिकरण करते हुए प्रजातंत्र के सारे नैतिक मूल्यों को ताक में रखकर कांग्रेस सरकार को मिले जनादेश को अपमानित और कंलकित करने की कुचेष्टा की। इसकी कांग्रेस विधायक दल घोर भर्त्सना करता है।

प्रस्ताव में कांग्रेस अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त किया कि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। विधायक दल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व के प्रति निष्ठा व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस के सभी विधायक इस बात के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ हैं कि उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश को प्रगति के मार्ग पर ले जाएंगे और मध्यप्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करेंगे।

बैठक में प्रस्ताव को सभी विधायकों ने एक स्वर में सर्वसम्मति से पारित किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस सचिव और प्रभारी मध्यप्रदेश सुधांशु त्रिपाठी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव और सांसद विवेक तन्खा उपस्थित थे।

सियासी उठापटक और ड्रामेबाजी के बीच आज देर शाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल की बैठक के बाद सभी विधायकों को भोपाल या प्रदेश से बाहर लेने का निर्णय लिया गया।
पार्टी सूत्रों के अनुसार विधायक दल की बैठक में कुल 107 में से 102 विधायक मौजूद रहे। जो पांच विधायक मौजूद नहीं रहे, उन्होंने प्रदेश संगठन को विधिवत उपयुक्त कारण बताते हुए सूचित किया है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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