बिलासपुर— एक दिन पहले जिले में पांच कोरोना संक्रमितों को ट्रेस कर इलाज किया जा रहा है। मरीजों के सम्पर्क में आने वाले सभी क्वारंटीन मजदूरों का जिला प्रशासन ने ताबड़तोड़ परीक्षण शुरू कर दिया है। साथ ही सम्पर्क में आने वाले लोगों का भी टेस्ट होगा।
बताते चलें कि पिछले 12 दिनों से बिलासपुर समेत अन्य जिलों के प्रवासी मजदूर प्रदेश के कोने कोने से ट्रेन के जरिए बिलासपुर पहुंच रहे हैं। बिलासपुर स्टेशन से जिला प्रशासन की निगरानी में सभी मजदूरों को क्वारंटीन सेन्टर भेजा गया है। इन्ही क्वारंटीन सेन्टरों से कोरोना के पांच मरीजों को जानकारी के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जानकारी हो कि एक दिन पहले जिले के पांच क्वारंटीन सेन्टर से पांच प्रवासी मजदूरों को तबीयत खराब होने के बाद सिम्स में इलाज के लिए भर्ती किया गया। जांच रिपोर्ट में पांचों में कोविड-19 का प्रकोप देखने को मिला। पांचों मरीजों को आइसोलेशन कर इलाज शुरू किया गया। खासकर मजदूरों के सम्पर्क में रहने वाले सभी मजदूरों का भी सैम्पल लिया गया। सैम्पल को जांच के लिए रायपुर भेजा गया। जांच में कोरोना मरीज के परिजन भी शामिल हैं।
एसडीएम देवेन्द्र पटेल ने बताया कि पांच मरीज अलग अलग क्षेत्र के क्वारंटीन क्षेत्र से पाए गए हैं। पहला मरीज मस्तूरी के लिमतरा का है। जबकि अन्य चार मजदूर तखतपुर ब्लाक के अलग अलग क्वारंटीन सेन्टर के हैं। इसमें सकर्रा, ढनढन, खमरिया और बेलतरा के कोरोना मरीज हैं। सभी मरीजों को एक दिन पहले ही तबीयत खराब होने के बाद देर रात सिम्स लाया गया था। मरीजों को भर्ती करने के बाद परिजनों का टेस्ट लेकर सैम्पल को जांच के लिए रायपुर भेजा गया है।
बताते चलें कि सभी पांचों मरीज का सम्बन्ध दिल्ली और आगरा से है। सभी मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिलासपुर लाया गया था। बहरहाल जिला प्रशासन ने लिमतरा, सकर्रा, ढनढन, खम्हरिया और बेलतरा क्वारंटीन सेन्टर मेें रखे गए मजदूरों का जांच तेज कर दिया है। बताया जा रहा है कि इनकी संख्या पांच सौ से अधिक है।