बिलासपुर— युवा कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष भावेंद्र गंगोत्री और एनएसयूआई कार्यकारी ज़िला अध्यक्ष रंजीत सिंह ने अजय चंद्राकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। दोनों युवा नेताओं ने सिविल लाइन पुलिस को बताय की पूर्व मंत्री ने राजकीय प्रतीक चिन्ह का अपमान किया है।
शुक्रवार को एनएसयूआई नेता भावेन्द्र और रंजीत सिंह ने सिविल लाइन पहुंचकर पूर्व मंत्री अजय चन्द्राकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। दोनों नेताओं ने बताया कि पूर्व मंत्री और वर्तमान में विधायक अजय चंद्राकर ने राजकीय चिन्ह का अपमान किया है।
एनएसयूआई नेताओं ने बताया कि फेसबुक और द्विटर के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतीक चिन्ह का अपमान किया हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के मोनो को हटाकर गोबर को राजकीय चिन्ह बनाए जाने का सुझाव दिया है। ऐसा कर उन्होने लोगों की आस्था और विश्वास को चोट पहुंचाया है। उनके इस व्यवहार से धार्मिक लोगों के आस्था पर चोट पहुंची है।
एनएसयूआई नेताओं ने बताया कि भाजपा नेता पूर्व मंत्री ने अनाप सनाप कैप्सन भी लिखा है। हम छत्तीसगढ़ की आनबान शान राजकीय चिन्ह का अपमान को हरगिज बर्दास्त नहीं करेंगे। यदि पूर्व मंत्री पर कार्यवाही नहि की जाती तो उग्र आंदोलन करेंगे।
रंजीत और भावेन्द्र ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले में तहकीकात के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा। इस मौक़े पर युवा कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष भावेंद्र गंगोत्री, कार्यकारी ज़िला अध्यक्ष रंजीत सिंह, ज़िला महा सचिव निखिल सोनी, राहुल सोनकर, एनएसयूआई बिलासपुर विधान सभा अध्यक्ष विकास सिंह, राष्ट्रीय संयोजक सिद्धार्थ तिवारी मौजूद थे।