बिलासपुर—– यूएफबीयू पदाधिकारी ललित अग्रवाल ने बताया कि यूएफबीयू और आईबीए के बीच अंतिम दौर की वार्ता विफल हो गयी है। बैठक में बैंकर्स की वेतन बृद्धि को लेकर अंतिम निर्णय होना था। लेकिन आईबीए की अड़ियल रवैया के कारण वार्ता असफल साबित हुई है।
यूएफबीयू पदाधिकारी ललित अग्रवाल ने बताया कि यूएफबीयू और आईबीए के बीच अंतिम वार्ता का कोई परिणाम सामने नहीं आया है। वार्ता विफल हो गयी है। एक नवम्बर 2017 से देय 11वे वेतन समझौते को लेकर अंतिम दौर की वार्ता में काफी उम्मीद थी। लेकिन वार्ता का कोई परिणाम सामने नहीं आया है।
ललित अग्रवाल के अनुसार 22 जुलाई 2020 यूएफबीयू और आईबीए के बीच हस्ताक्षरित एमओयू हुआ था। एमओयू में स्पष्ट था कि 90 दिनों में 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि के समझौते को अंतिम रूप दिया जाएगा। 24 अगस्त, 10 सितम्बर और 12 अक्टूबर की बैठको के बाद आज 18 अक्टूबर को समझौते को अंतिम रूप देने का निर्णय होना था । लेकिन आईबीए के अड़ियल रूख के कारण वार्ता असफल साबित हुई है।
वार्ता को आईबीए की तरफ से एकतरफा निरस्त किए जाने से बैंकरों में गहरी नाराजगी है। अधिकारी संघ वर्क टू रूल प्रारंभ कर दिए है। अब सभी की नजर 22 अक्टूबर को न्यायालय के निर्णय पर है।