बिलासपुर—–एसईसीएल ने विभिन्न विकास कार्यों के लिेए रायगढ़ जिले को 40 लाख रूपयो की स्वीकृति प्रदान की है। सीएसआर मद से दी गयी राशि का उपयोग धरमजयगढ़ स्थित आदिवासी आश्रम में कम्प्यूटर केन्द्र के लिए खर्च किया जाएगा।
एसईसीएल प्रबंधन ने रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में संचालित आदिवासी आश्रम के विकास लोकर चालिस लाख रूपए सीएसआर मद से दिए हैं। प्रबंधन के अनुसार आश्रम के छात्रों को कोविड काल में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। संस्था ने राज्य शासन से भी मदद की गुहार लगायी है। रायगढ़ कलेक्टर की मांग पर एसईसीएल ने सीएसआर मद से आश्रम में कम्प्यूटर भवन के निर्माण सहविद्युतीकरण के लिए 7.7 लाख की राशि स्वीकृत की है।
इसी प्रकार जिला प्रशासन के अधीन संचालित चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट् से कम्प्यूटरीकरण को बढ़ावा देने के उद्धेश्य से कंपनी ने कुल 14 सेंटरों के लिए डेस्कटाॅप, प्रिंटर, यूपीएस सेट प्रदाय करने का फैसला किया है। जिला प्रशासन नियमानुसार कम्प्यूटर सामग्रियों का क्रय करेगा।इससे चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के कामों में तेजी आएगी।
डाटा-संग्रहण और रिकाॅर्ड आसानी से संग्रहित रखे जा सकेंगे। इसमें करीब 6.98 लाख रूपये खर्च होंगे। इसी तरह जिले के सारंगढ़ में सिल्क वर्म उत्पादन के लिए भवन निर्माण को लेकर लगभग 16 लाख रूपये और थ्रेडिंग यूनिट बिल्डिंग के रिनोवेशन में करीब 9 लाख रूपये खर्च होंगे।
जानकारी हो कि रायगढ़ जिले में कंपनी की कई खदानें हैं। मांड-रायगढ़ क्षेत्र को भविष्य का कोयला क्षेत्र भी माना जाता है। क्षेत्र में एसईसीएल की सहयोगी कंपनियों के माध्यम से रेल काॅरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। कारिडोर से मालढुलाई के साथ ही यात्री परिवहन की सुविधा होगी। यह जानकारी प्रबंधन एसईसीएल जनसंपर्कअधिकारी सनीष चंद्र ने दी है।
अमृत महोत्सव पर व्याख्यान
एसईसीएल मुख्यालय में अमृतम होत्सव के तृतीय सत्र में ’’गोवा एवं पांडिचेरी की आजादी की कहानी’’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्रमुख वक्ता डाॅ. प्रवीण कुमार मिश्रा ने उपस्थित लोगों को गोवा,पाण्डिचेरी और सिक्किम के मुक्त होने के इतिहास से परिचय कराया। इसके अलावा विभिन्न रियासतों के भारत में विलय, नालंदा विश्वविद्यालय का इतिहास, पुर्तगाल की संधि समेत अन्य ऐतिहासिक घटनाओंके बारे में विस्तार से जानकारी दी।
अमृत महोत्सव पर आयोजित व्याख्यान का आनन्द वीडियो कांफेंसिग के माध्यम से क्षेत्र के सभी अधिकारी और कर्मचारियों ने भी लिया। कार्यक्रम का प्रसारण एसईसीएल के अधिकृत फेसबुक पेज पर लाईव किया गया। मुख्यालय बिलासपुर में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, अधिकारी और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। बताते चलें कि इसके पहले दूसरे सत्र के व्याख्यान में 1857 की आजादी की लड़ाई के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला गया था।
जनसंपर्कअधिकारी
एसईसीएलबिलासपुर