बिलासपुर…सिम्स में पहली बार कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट के साथ अब तक दो लाख लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट कर रिकार्ड बनाया है। कोरोना नोडल प्रभारी डॉ.आरती पाण्डेय ने बताया कि सीमित स्टाफ के साथ टेस्ट का शुभारम्भ 1 अगस्त 2020 से शुरू किया गया। इस दौरान स्टाफ दिन रात एक अपने काम को अंजाम दिया है।
डॉ. आरती पान्डेय ने बताया कि कोरोना प्रकोप के साथ सिम्स स्टाफ ने खुद कोजोखिम में रखते हुए दिन रात एक कर मरीजों की सेवा किया है। इसी क्रम में एक अगस्त 2020 को कोरोना टेस्ट का शुभारम्भ सीमीत स्टाफ के साथ शुरू किया गया।
पहले दिन स्टाफ ने कुल 13 आरटीपीसीआर टेस्ट किया। इसके बाद मरीजों की संख्या बढ़ती गयी। साथ ही स्टाफ ने भी टेस्ट को लेकर गंभीरता को जाहिर किया। 11 मई 2021 को स्टाफ ने कुल 2 लाख लोगोें का सफल आरटीपीसीआर टेस्ट कर रिकार्ड स्थापित किया है।
आरती पाण्डेय ने बताया कि माइक्रोबायलाजी विभाग स्टाफ ने लगातार मेहनत कर 21 जनवरी 2021 तक कुल 1 लाख लोगों आरटीपीसीआर टेस्ट का रिकार्ड बनाया। ठीक चार महीने के अन्दर यह आंकड़ा 11 मई को बढ़कर 2 लाख को पार कर दिया है।
इस दौरान विभाग के साइंटिस्ट,अधिकारी, लैब टैक्निशियन, लैब अटेऩ्डेट. डाटा आपरेटर का बहुत बड़ा सराहनीय योगदान देखने को मिला।
खासकर संस्था के वायरोलाजी लैब प्रभारी डॉ. रेखा बारापात्रे, वि्भाग प्रमुख डॉ. सागरिका प्रधान का सभी कर्मचारियों को विशेष मार्गदर्शन मिला। इस दौरान सिम्स डीन डॉ.तृप्ति नागरिया, ने सभी लोगों जमकर जमकर उत्साहवर्धन भी किया। आरती पाण्डेय ने जानकारी दी कि इस उपलब्धि में डॉ. ज्योत्सना दुबे, डॉ. अंजु श्रीवास्तव, डॉ. रश्मिका दबे, डॉ. विनोद टण्डन, डॉ. प्रियंका और डॉ. पल्लवी का विशेष योगदान रहा।