बिलासपुर— छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की आज दो चरणो में परीक्षा आयोजित हुई। बिलासपुर में भी विभिन्न सेन्टरों में परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिया। दूर-दूर से लोग अपनी किस्मत आजमाने परीक्षा सेन्टर तक पहुंचे। कुछ केन्द्रों में व्यवस्था को लेकर छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। डीएलएस में कई अभ्यर्थियों की तैयारी बेकार साबित हुई। छात्र परीक्षा देने से चूक गए। ओरिजनल पहचान पत्र नहीं होने से कालेज प्रबंधन ने परीक्षा हाल में प्रवेश देने से मना कर दिया। इस दौरान वाद विवाद की स्थिति भी देखने को मिली। पुलिस के आने के बाद मामला शांत हुआ।
अभ्यार्थियो ने बताया कि अभी तक वे किसी भी व्यवसायिक परीक्षा में डुप्लीकेट परिचय पत्र लेकर ही गए हैं। उन्हे परिचय पत्र को लेकर कभी विवादों का सामना नहीं करना पड़ा है। लेकिन डीएलएस कॉलेज में उन्हे सेन्टर हाल में प्रवेश करने से रोका गया। उनकी साल भर की मेहनत खराब हो गयी।
छात्रो ने बताया कि एक युवक मंत्रालय में काम करता है। उसे डुप्लीकेट परिचय पत्र के आधार पर ही परीक्षा में बैठने दिया गया। अन्य छात्रो को ऐसी छूट नहीं मिली। जिसके चलते उन्हें भारी नुकसान हुआ है। प्रबंधन की सख्ती के खिलाफ अभ्यर्थियों ने कॉलेज परिसर के बाहर जमकर हंगामा किया। कुछ छात्रो ने बताया कि कॉलेज प्रबंधन से हमने निवेदन किया कि दूसरी पाली में वे लोग ओरिजन पहचान पत्र दिखा देंगे। बावजूद इसके उनकी बात नही सुनी गयी। परीक्षा से वंचित रहना पडा। परीक्षा देने से चूक गए छात्र चकरभाठा के सतीश सिंह,बिलासपुर के संजू घोरे,हाफा सकरी के मनोज,लोरमी के रऊफ मोहम्मद जोंधरा के भूषण परसोडी ,बिल्हा के हिसाराम लहरे बिल्हा, जशपुरी के शशिकुमार,बिलासपुर की अदिती चतुर्वेदी को दुख है कि उनका एक साल बरबाद हो गया।
कॉलेज के प्राचार्य अजय तिवारी ने बताया कि अन्य कॉलेज में क्या हो रहा है,उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। प्रवेश पत्र के कालम 4 में स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यार्थियो को अपना ओरिजनल परिचय पत्र लेकर ही परीक्षा में उपस्थित होना है। परीक्षा व्यवस्था कि जायजा लेने एसडीएम क्यू ए.खान भी मौके पर पहुचे थे। उन्होंने बताया कि लोकसेवा आयोग परीक्षा दो पाली में आयोजित है। प्रथम पाली में 500 अभ्यार्थियो को शामिल होना था लेकिन 408 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी है।