बिलासपुर–बच्चों के सर्वांगीण विकास को केन्द्र में रखते हुए एसईसीएल ने ज्ञानवर्धक बाल पत्रिका प्रकाशन का फैसला किया है। प्रत्रिका का प्रकाशन एसईसीएल के सीएसआर मद किया जाएगा। साथ ही इसका वितरण माध्यमिक और प्राथमिक शालाओं में किया जाएगा।
एसईसीएल ने सीएसआरमद से बच्चों के लिए पत्रिका प्रकाशन का फैसला किया है। प्रबंधन के अनुसार पत्रिका तैयार करते समय बच्चों के समग्र विकास को लेकर विशेष ध्यान दिया जाएगा। पत्रिका में ज्ञानवर्धक के साथ ही देश समाज के उन्नयन की बाते भी होंगी।
प्रबंधन ने बताया कि पत्रिका का प्रकाशन सीएसआर मद से किया जाएगा। साथ ही प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में वितरित किया जाएगा। योजना से ज़िले के सौ सरकारी विद्यालय लाभान्वित होंगे। ज़िला प्रशासन के अधीन राजीव गांधी शिक्षा मिशन ;एसएसए के मिशन डायरेक्टर के निर्देशानुसार बिल्हा, मस्तुरी ब्लॉकखंडों के स्कूलों में पढ़ने वाले लगभग 11 हज़ार नौनिहालों को पत्रिका दी जाएगी।
विद्यालयों के लाभान्वित बच्चों में लगभग 90 प्रतिशत एससी, एसटी समुदाय से हैं । इन विद्यालयों में रायपुर स्थित एक एनजीओ संगठन से प्रकाशित बाल पत्रिका किलोल की आजीवन सदस्यता दी जाएगी। इससे कम से कम आगामी 15 वर्षों तक स्कूल को प्रदाय किया जाएगा।
एसईसीएल ने परियोजना के लिए सीएसआर मद से 10 लाख रुपए की स्वीकृति दी है। जिसमें 20 प्रतिशत की पहली किस्त वर्क अवार्ड जारी होने के साथ हीं दे दी जाएगी। परियोजना के माइलस्टोन के अनुसार इसे दो माह के भीतर सम्पादित कर लिया जाना है।
जानकारी हो कि पत्र-पत्रिकाओं का पाठन वैज्ञानिक दृष्टि से बुद्धिमता के विकास में सहायक होता है। इससे बच्चों को एक्सपोज़र मिलता है।