बिलासपुर— पशु चिकित्सा विभाग के कृतिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के सामने विभाग और प्रशासन के खिलाफ अपनी मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि 2014 से शोषण किया जा रहा है। लेकिन शासन प्रशासन का हमारी समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। ऐसी सूरत में काम करना मुश्किल हो गया है। हम सारा सामान जमा करने आए है। जब तक मानदेय का भुगतान और सभी कार्यकर्ताओं को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी में नियमित किए जाने का आश्वासन नहीं मिलेगा..हम काम नहीं करेंगे।
पशु चिकित्सा विभाग के सामने कृत्रिम गर्भाधान के काम से जुड़े कार्यकर्ताओं ने आज कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने बताया कि साल 2014 से हम कृत्रिम गर्भाधान का काम करते हैं। किसानों की मांग पर हम सीमन को लेकर डोर डू डोर जाते हैं। महीने में काम की रिपोर्ट पेश करते है। रिपोर्ट के आधार पर हम लोगों का भुगतान किया जाता है।
दुख की बात है कि जब भी हम प्रदर्शन करते हैं। विभाग साल भर में 10 से 20 रूपए दे देता है। अधिकारी आते और जाते रहते हैं। लेकिन हमारी समस्या जस की तस बनी रहती है। बर्दास्त और उम्मीद की कोई सीमा होती है। अब काम करना मुश्किल हो गया है।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि हमारी मांग है कि मानदेय बढ़ाया जाए। भुगतान महीना का महीना किया जाए। इसके अलावा सभी कार्यकर्ताओं को चतुर्थ श्रेणी का नियमित कर्मचारी बनाया जाए। कार्यकर्ताओं के अनुसार उम्र बढ़ रही है। हमने अपना कीमती समय विभाग की सेवा में खर्च किया है। समय के साथ परिवार का पालन पोषण मुश्किल हो गया है। जब तक हमको नियमित किए जाने का आश्वासन नहीं मिलता है। हम काम काज पर नहीं लौटेंगे।
कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सीमन से भरे कंटेनर को लेकर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि सीमन को सुरक्षित रखने हर दो दिन में गैस की जरूरत होती है। जब तक हम लोगों को नियमित किए जाने का एलान नहीं किया जाता है। हम काम पर नही लौटेंगे।