दिल्ली।पिछले दो सालों से लोग कोविड-19 वायरस और उसके बदलते स्वरूप को लेकर बेहद परेशान हैं। इस वायरस को समझने के लिए और उसका उपचार करने के लिए विशेषज्ञ लगातार रिसर्च कर रहे हैं ताकि इस वायरस पर काबू पाया जा सके। भारत में पिछले कुछ महीनों से इस वायरस के मामले थम गए थे। जिससे उम्मीद की जा रही थी कि कोरोना की तीसरी लहर आने का खतरा अब टल सकता है।
दक्षिण अफ्रीका में पहली बार इस वेरिएंट ने दस्तक दी थी जो अब भारत में भी पहुंच गया है। कोविड-19 के इस वेरिएंट से मुकाबला करने के लिए इसके लक्षणों की पहचान करना जरूरी है। भारत में ओमिक्रॉन के मरीज़ों की तादाद लगातार बढ़ रही है जो अब 3071 तक पहुंच गई है। देश में ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के बढ़ते मामले लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है ऐसे में इस बीमारी के लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक ओमिक्रोन वेरिएंट कोरोना (Covid-19) के डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है और ज्यादा तेजी से फैलता भी है। इसके ज्यादातर लक्षण कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट से मिलते जुलते है। आइए जानते हैं कि कोरोना के इस वैरिएंट के लक्षण कौन-कौन से है और उससे बचाव कैसे किया जाए।
ओमिक्रॉन के इन लक्षणों से रहें सतर्क
स्किन में होने वाले बदलाव: ओमिक्रॉन के इस वैरिएंट का संक्रमण होने पर स्किन, नाखूनों और होंठों का रंग पीला, ग्रे या नीला होना शुरू हो जाता है। स्किन के रंग में बदलाव खून में ऑक्सीजन की कमी की वजह से होता है।
सर्दी-खांसी और बुखार होना:संक्रामित इनसान को सर्दी, खांसी , गले में खराश और खुजली हो सकती है। ओमिक्रॉन की चपेट में आने पर बुखार और सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है।
मांसपेशियों में दर्द, स्वाद और गंध का कम होना: संक्रामित इनसान की मासपेशियों में दर्द और सिर दर्द की शिकायत हो सकती है। वायरस की चपेट में आने वाले इंसान की गंध और स्वाद भी खत्म हो सकती है।
यह लक्षण भी दिख सकते हैं: कब्ज, सोते समय पसीना आना, आंखों में सूजन और स्किन पर रैश आना ओमिक्रोन के लक्षण हैं।
कितने दिनों में बॉडी में दिखते हैं ओमिक्रॉन के लक्षण: संक्रामित इनसान के संपर्क में आने के 2 से 14 दिनों के बीच बॉडी में कोरोना के इस वैरिएंट के लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं। वायरस के संपर्क में आने के बाद बॉडी में लक्षण दिख रहे हैं तो फौरन कोरोना का टेस्ट कराएं। अपने आप को क्वारंटाइन करें ताकि इस वायरस का संक्रमण थम सके।