रायपुर।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विकास को जो प्रोग्राम के मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने कहा कि रायपुर के जिलाधीश ओम प्रकाश चौधरी जिन्होंने अपना इस्तीफा केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग दिल्ली को भेज दिया है उनके द्वारा अपने आवेदन में उन्हें रायपुर कलेक्टर से पदमुक्त करने के लिए आवेदन किया गया है जबकि ओम प्रकाश चौधरी का इस्तीफा उस समय आया जब राजधानी रायपुर में डेंगू,पीलिया का प्रकोप फैला हुआ है डेंगू में तो लोगों की मौतें हो रही हैं बावजूद अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ओम प्रकाश चौधरी द्वारा इस्तीफा दिया गया है जो कि एक असफल प्रशासक होनी की ओर इंगित करता है।
मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने कहा कि कलेक्टर जनदर्शन के दौरान रायपुर जिले में 953 से ज्यादा आवेदनों को ओम प्रकाश चौधरी द्वारा जानबूझकर लंबित रखा गया है पूरे जिले से गरीब जनता, जरूरतमंद लोग महीनों इंतजार करते थे कि कलेक्टर ओम प्रकाश चौधरी इन शिकायतों के निराकरण पर कुछ कार्रवाई करेंगे लेकिन वहीं दूसरी ओर कलेक्टर के पद में रहते हुए ओम प्रकाश चौधरी लगातार भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े नेताओं के साथ बैठक करने में मशगूल रहा करते थे जिनके कारण जनदर्शन में पीड़ित और जरूरतमंद जनता को घंटों इंतजार करके वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ता था कई लोगो को तो कलेक्टर जनदर्शन में फूट फूट कर रोता बिलखता भी देखा गया था।
मीडिया प्राभारी विकास तिवारी ने कहा कि कलेक्टर ओम प्रकाश चौधरी का राजनीति में आने का वो स्वागत करते हैं लेकिन उनकी लचर प्रशासनिक शैली के कारण हजार से अधिक प्रकरण कलेक्ट्रेट रायपुर में उनकी अनुपस्थिति में लंबित पड़े हुए हैं अपना राजनीतिक कैरियर संवारने में व्यस्त कलेक्टर ओम प्रकाश चौधरी के लचर कार्यशैली के कारण हजारों लोगों को ना केवल समय बर्बाद हुआ वरन को जनदर्शन में न्याय भी नहीं मिला आज भी रायपुर जिले के गरीब जनता दर-दर भटक रही है और उन्हें इस दयनीय हालत में छोड़कर कलेक्टर ओम प्रकाश चौधरी अपना राजनीतिक कैरियर संवारने के लिए खरसिया रवाना हो गए हैं रायपुर जिले की जनता उन्हें एक असफल,लेटलतीफ प्रशासनिक अधिकारी के रूप में याद रखेगी।