आदर्श गौठान बरपाली की महिलाएं लिख रहीं विकास की नई इब़ारत,CM भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बढ़ाया हौसला

Chief Editor
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बिलासपुर ।जिले के बरपाली गौठान ने गाँव के लोहगों, ख़ासकर महिलाओं की ज़िंदगी ही बदल दी है।जहां गौठान को मल्टीएक्टिविटी सेंटर बनाकर गांव की महिला स्व सहायता समूहों को रोजगारमूलक आर्थिक गतिविधियों से जोड़ा गया है।ज़िससे गाँव में वर्मी ख़ाद तैयार करने से लेक़र बाड़ी विकास और मुर्गी – बत्तख़ पालन जैसे कामों से लोगों को रोज़गार मिल रहा है।सज़ावटी सामानों से भी महिलाओँ को आमदनी हो रही है। इस गाँव में छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप सुराजी योजना के तहत निर्मित गोठान अपने उद्देश्य में पूरी तरह से कामयाब़ नज़र आता है। मुख़्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ट्वीट कर इस गौठान की तारीफ़ की है। ग्राम पंचायत धौरामुड़ा के आदर्श गौठान बरपाली की महिलाएं विकास की नयी इबारत लिख रही है।
इस गौठान में ग्राम धौरामुड़ा की कुल 5 समूहों की 51 महिलाएं आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी है। इस गौठान में आर्थिक गतिविधियों के साथ-साथ सृजनात्मक कार्य हो रहे है। बरपाली गौठान में मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह एवं मां सरस्वती स्व सहायता समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद का निर्माण किया जा रहा है। वर्मी खाद से इन्हें 71 हजार 342 एवं सुपर कम्पोस्ट खाद 17 हजार 551 रूपए की आमदनी हुई है। मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह द्वारा मुर्गी पालन एवं दो तालाबों में मछली पालन किया जा रहा है। मुर्गी पालन से इन्हें 60 हजार रूपए प्राप्त हुए है।
बाड़ी विकास –
अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह द्वारा 4 एकड़ में बाड़ी का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में उन्होंने टमाटर, बैंगन, आलू, लाल भाजी, मूली एवं फूल गोभी लगाई है जिससे उन्हें 5 से 7 हजार रूपए की मासिक आमदनी हो रही है। गौठान के चारागाह में अन्नपूर्णा समूह द्वारा 2 एकड़ में अमरूद का बगीचा एवं पशु विकास विभाग की सहायता से 1 एकड़ में नेपियर घास लगाया गया है।
सजावटी सामग्री निर्माण से बढ़ गई आमदनी –
ग्राम धौरामुड़ा के बुढ़ीमाई स्व सहायता समूह द्वारा बांस से सजावटी सामग्री, खिलौने, ट्री गार्ड नाइट लैंप , छोटी कुर्सियां आदि बनाई जा रही है। इससे उन्हें लगभग 15 से 20 हजार रूपए की मासिक आमदनी हो रही है। समूह ने वर्तमान में आदिवासी महोत्सव एवं जिले में आयोजित राज्योत्सव में अपनी सामग्रियों का स्टाॅल लगाया था, जहां उन्होंने 50 हजार रूपए की सामग्रियों का विक्रय किया।
बत्तख पालन –
वैष्णवी स्व सहायता समूह द्वारा बरपाली गौठान में बत्तख पालन किया जा रहा है। जिससे उन्हें 36 हजार रूपए की आमदनी हुई है। स्व सहायता समूहों के द्वारा आए सृजन को देखते हुए ग्राम की अन्य युवतियां भी प्रेरित हो रही है। युवतियों द्वारा ग्रामीण कन्या स्व सहायता समूह बनाकर मुर्गी पालन किया जा रहा है। इसके पहले उन्होंने मशरूम उत्पादन किया।
इस गौठान में अभी तक कुल 15 ट्रेक्टर पैरादान भी ग्रामीणों द्वारा किया गया है। धौरामुड़ा की महिलाएं मुख्यमंत्रीभूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहती है कि इस योजना से उनका जीवन ही बदल गया है। कभी दूसरों पर हमें आश्रित रहना पड़ता था, लेकिन अब हम परिवार चलाने की महत्वपूर्ण कड़ी बन गई है। इससे न केवल समाज में बल्कि गांव में भी हमारा सम्मान बढ़ा है।

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