डेढ़ दशक बाद मांग पूरी..कांग्रेस नेता ने कहा..भूपेश सरकार ने वादा पूरा किया..ग्रामीणों ने फटाका फोड़कर मनाया जश्न

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—करीब डेढ़ दशक से लम्बी मांग के बाद आखिरकार स्थानीय नेताओं की मांग और शासन के निर्देश पर जोंधरा स्थित टीआरके उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शाला का सेन्टर मानिकचौरी से बदलकर सोन कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के आदेश की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों नेफटाका फोड़ कर अपनी खुशियों को जाहिर किया है। जानकारी देते चलें कि सेन्टर बदलने को लेकर पिछले डेढ़ दशक से स्थानीय लोग मांग कर रहे थे। बच्चों को परीक्षा देने करीब बीस किलोमीटिर दूर मानिकचौरी जाना पड़ता था। सेन्टर बदलने की जानकारी के बाद अभिभावकों के साथ ही बच्चों में भारी उत्साह है।

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    जानकारी देते चलें कि जोंधरा स्थित टीआरके उच्चत्तर माध्यमिक शाला का नाम शिक्षा जगत में बहुत सम्मान के साथ लिया जाता है। शिक्षा विभाग के अनुसार टीआरके विद्यालय की पढ़ाई लिखाई उच्चस्तरीय है। स्कूल से हर साल नवोदय के लिए करीब आधा दर्जन बच्चे सलेक्शन लेते हैं। अब तक स्कूल से निकले कई बच्चे शासन प्रशासन मेंं उच्च पदों पर आसीन है। सब कुछ ठीक होने के बाद भी स्कूल के बच्चों को हर साल परीक्षा देने हर 20 किलोमीटर दूर मानिकचौरी जाना पड़ता था। यह जानते हुए भी मानिक चौरी तक पहुंचने का रास्ता काफी जर्जर है। बावजूद इसके बच्चों को परेशानियों का सामना डेढ़ दशक तक करना पड़ा। यद्यपि इस दौरान बच्चों के अभिभावक और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शासन प्रशासन के सामने कई बाह गुहाई लगाया। लेकिन हर प्रयास ढाक के तीन पात साबित हुए। 

 इसी क्रम में दो दिन पहले सात फरवरी को टीआरके में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया। बतौर मुख्य अतिथि जनपद पंचायत सभापति दामोदर कांत ने शिरकत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रवि श्रीवास ने किया। कार्यक्रम के दौरान हर बार की तरह इस बार बच्चों के अभिभावक और स्कूल प्रबंधन ने अतिथियों के सामने बच्चों की परेशानियों को सामने रखा। प्रबंधन ने अतिथियों को बताया कि मानिकचौरी स्कूल से करीब 20 किलोमीटर दूर है। आने जाने का रास्ता भी ठीक नहीं है। मानिक चौरी गांव में ठहरने की व्यवस्था नहीं होने के कारण बच्चे और बच्चों के माता पिता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।  

कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि दामोदर कांत और प्रदेश कांग्रेस सचिव रवि श्रीवास मांग को ना केवल गंभीरता से लिया। बल्कि एक आवेदन जिला शिक्षा विभाग को दिया। साथ ही मंत्री और शासन के उच्च अधिकारियों के सामने बच्चों की परेशानियों को गंभीरता के साथ रखा।

शासन प्रशासन ने कांग्रेस नेताओं की बातों को ना केवल गंभीरता से लिया। बल्कि बच्चों की परेशानियों को देखते हुए नियमानुसार सेन्टर बदलकर टीआरके स्कूल से मात्र 2 किलोमीटर दूर सोन स्थित स्कूल को सेन्टर बनाने का आदेश 20 फरवरी को  जारी किया है।

सेन्टर बनाए जाने की जानकारी के बाद ना केवल प्रबंधन बल्कि स्थानीय ग्रामीणों समेत आस पास के लोगों में भारी उत्साह है। अपनी खुशियों को सभी लोगों ने मिठाई बांटकर और फटाका फोड़कर जाहिर किया। कांग्रेस नेता रवि श्रीवास ने बताया कि प्रदेश  की भूपेश सरकार बच्चों की परेशानियों और सुविधाओं को लेकर हमेशा सजग है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए शासन प्रशासन ने मानिकचौरी सेन्टर को बदलकर टीआरके स्कूल का परीक्षा सेन्टर सोन कर दिया है।सोन सेन्टर घोषित होने में जिला शिक्षाअधिकारी डी.के.कौशिक और बीईओ अश्वनी भारद्वाज की भूमिका अहम् है।

रवि  श्रीवास ने बताया कि इस साल स्कूल के करीब 44 बच्चे दसवी और 63 बच्चे 12वीं बोर्ड की परीक्षा देंगे। सेन्टर बदलने से बच्चियों को सबसे ज्यादा लाभ होगा। 

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