बड़ी खबर..अरपा बैराज कार्य से जुड़ी सड़क निर्माण की अंतिम बाधा खत्म ..हाईकोर्ट का फैसला..टेण्डर प्रक्रिया सही..डॉ.मित्तर ने कहा..जल्द शुरू होगा काम

Editor
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बिलासपुर–  हाईकोर्ट ने अरपा बैराज निर्माण कार्य और टेन्डर प्रक्रिया को लेकर दायर याचिका पर अंतिम फैसला कर दिया है। हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान टेन्डर प्रक्रिया को ना केवल सही बताया। बल्कि निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू करने का निर्देश भी दिया है।

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                बताते चलें कि एक अरब रूपए की लागत से बिलासपुर स्थित अरपा नदी पर शिवघाट और पचरी घाट में दो बैराज बनाए जाएगे। मामले में मुख्यमंत्री के सदन में एलान के बाद वित्त मंत्रालय ने राशि भी स्वीकृत किया। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग को दी गयी।

        इसके अलावा सरकार से हरी झण्डी मिलने के बाद स्मार्ट सिटी प्रशासन ने भी इंदिरा सेतु से पचरी घाट के बीच अरपा के दोनो तरफ सड़क निर्माण कार्य को लेकर 94 करोड़ का टेण्डर जारी किया । इसके लिए  कुल 6 कम्पनियों ने निविदा जमा किया।

               94 करोड़ की लागत से प्रस्तावित सड़क निर्माण को लेकर सारी प्रक्रिया के बाद स्मार्ट सिटी प्रशासन ने दो टेन्डर को सही पाया । सबसे न्यूनतम दर होने के कारण प्रकाश एसोल्टिंग को निर्माण की जिम्मेदारी दी गयी। जबकि कुछ प्रक्रियागत खामियों की वजह से स्मार्ट सिटी प्रशासन ने 4 कम्पनियों के टेण्डर को निरस्त किया। इसी में से एक कम्पनी ने टेण्डर प्रक्रिया को हाईकोर्ट में चुनौती दिया था। 

                    मा्मले में आज अंतिम सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने टेन्डर प्रक्रिया को सही पाते हुए स्मार्ट सिटी प्रशासन के पक्ष में फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने टेन्डर की प्रक्रिया को सही ठहराते बैराज निर्माण की अंतिम बाधा को खत्म किया।

आदेश का किया जाएगा पालन

                  मामले में जिला कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर ने हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। डॉ. मित्तर ने बताया कि हाईकोर्ट का फैसला आ गया है। जल्द ही निर्माण कार्य की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। हाईकोर्ट से फैसला आने के बाद बिलासपुर स्मार्ट सिटी का काम तेजी से होगा। बैराज निर्माण प्रक्रिया के क्रियान्यवयन में तेजी आएगी।

 प्रकाश कम्पनी को बैराज निर्माण की जिमा्मेदारीॉ

                  निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय ने बताया कि हाईकोर्ट का फैसला आ चुका है। दो कम्पनियों को फायनल किया गया था। मामला कोर्ट में होने के कारण सारा काम बन्द था। अब जबकि हाईकोर्ट का फैसला आ चुका है। एल वन टेण्डर को बैराज निर्माण की जिम्मेदारी होगी।

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