Exit Poll 2023- Chhattisgarh के दक्षिण रीजन में किसे फायदा किसे नुकसान,बीजेपी-कांग्रेस कहां?

Shri Mi
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Exit Poll 2023/सीजीवाल और फोर्थ डायमेंशन एग्जिट पोल में Chhattisgarh के दक्षिण रीजन की 12 सीटों में से बीजेपी को 2 सीटें, कांग्रेस को 5 और पाँच सीट में कड़ा मुक़ाबला है ।

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तीन दिसंबर को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने हैं. इन चुनावी राज्यों में एक प्रदेश छत्तीसगढ़ भी है, जहां दो चरणों में वोटिंग हुई थी. वहां वोट प्रतिशत 76.31 फीसदी रहा जो साल 2018 के मुकाबले (76.88) मामूली नीचे था. यहां फेज-1 में 20 सीटों पर चुनाव हुए थे, तो वहीं फेज 2 में बाकी बची 70 सीटों पर वोटिंग हुई थी. चुनाव के नतीजों से पहले सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी पार्टी बीजेपी दोनों में हलचल है. छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटे हैं, इनमें कांग्रेस का दावा है कि वह 75 सीटें जीतेगी।

बस्तर की सीट पर नज़र डाले तो विधानसभा क्रमांक 79 अंतागढ़ में टक्कर है ,विधानसभा क्रमांक 80 भानुप्रतापुर में कांग्रेस को बढ़त है ।विधानसभा क्रमांक 81 कांकेर ,विधानसभा क्रमांक 82 केशकाल में कांग्रेस आगे है ।वही विधानसभा क्रमांक 83 और विधानसभा क्रमांक नारायणपुर में भाजपा आगे है ।विधानसभा क्रमांक 85 में भाजपा को बढ़त है ।

इसके अलावा विधानसभा क्रमांक 86 जगदलपुर ,विधानसभा क्रमांक 87 चित्रकोट ,विधानसभा क्रमांक 88 में दंतेवाड़ा में कड़ा मुक़ाबला है ।Exit Poll 2023

विधानसभा क्रमांक 89 बीजापुर में कांग्रेस को बढ़त और विधानसभा क्रमांक 90 कोंटा में कड़ा मुक़ाबला है ।

Exit Poll 2023- Chhattisgarh के उत्तरी रीजन में किसकी बन रही सरकार

फोर्थ डायमेंशन और सीजीवाल के एग्जिट पोल में सरगुजा की चौदह सीट पर जो रुझान सामने आए है, वह हम इस रिपोर्ट में बताएंगे।विधानसभा नंबर एक भरतपुर सोनहत सीट पर भाजपा को बढ़त है।इस सीट से कांग्रेस के गुलाब कमरों और भाजपा से केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह मैदान में है।छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी भाजपा ने अपने कई केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव मैदान में उतारा है।

भरतपुर सोनहत सीट में 2018 में हुए चुनाव परिणाम को देख तो इस सीट से कांग्रेस के गुलाब कमरों ने सोलह हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी। श्री कमरों को 51732 वोट और दूसरे नंबर पर भाजपा की चंपा देवी पावले को 35199 वोट मिले थे। रेणुका सिंह वर्तमान में सांसद है। रेणुका 2003 में पहली बार विधायक बनी ।2018 में सरगुजा से लोकसभा चुनाव जीती हैं। वहीं कांग्रेस के गुलाब कमरों वर्तमान में विधायक है सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और बड़े आदिवासी नेता माने जाते हैं।

विधानसभा नंबर दो महेंद्रगढ़ सीट में टक्कर है । महेंद्रगढ़ से कांग्रेस के रमेश सिंह और भारतीय जनता पार्टी के श्याम बिहारी जायसवाल मैदान में है। रमेश सिंह पेशे से अधिवक्ता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है ।कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रहे हैं और वर्तमान में विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश के उपाध्यक्ष भी हैं।श्याम बिहारी पूर्व MLA है।इलाके में इनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।

भरतपुर सोनहत सीट में 2018 में हुए चुनाव परिणाम को देखे तो कांग्रेस के विनय जायसवाल ने 4 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी। डॉ विनय जायसवाल को 34803 और भाजपा के श्याम बिहारी जायसवाल को 30792 वोट मिले थे।

अब विधानसभा नंबर तीन बैकुंठपुर। बैकुंठपुर से बीजेपी बढ़त की तरफ है। यहां से कांग्रेस की अंबिका सिंहदेव और भारतीय जनता पार्टी के भैयालाल राजवाड़े मैदान में है।भैया लाल राजवाड़े रमन सरकार में खेल मंत्री रहे हैं ।2008 में भैयालाल पहली बार विधायक बने। उनके सामने अंबिका सिंहदेव कोरिया राज परिवार की सदस्य है। पूर्व मंत्री डॉक्टर रामचंद्र सिंह देव की भतीजी है। रामचंद्र बैकुंठपुर से छह बार के विधायक रहे हैं ।वही अंबिका 2018 में पहली बार विधायक बनी।

Chhattisgarh Exit Poll Results 2023: छत्तीसगढ़ में किसकी बनेगी सरकार?

2018 के चुनाव में बैकुंठपुर से अंबिका सिंहदेव को 48885 वोट मिले थे .वहीं दूसरे नंबर पर रहे भैया लाल राजवाड़े को 43546 वोट मिले थे। अंबिका सिंह देव ने पांच हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी।

विधानसभा नंबर 4 प्रेमनगर में कड़ा मुकाबला है। प्रेम नगर में कांग्रेस के खेलसाय सिंह भारतीय जनता पार्टी के भूलन सिंह मरावी मैदान में है। कांग्रेस के खेलसाय सिंह 1985 में विधायक चुने गए थे।अविभाजित मध्यप्रदेश में राज्य मंत्री रहे। वहीं उनके सामने भारतीय जनता पार्टी के श्री मरावी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। वे पूर्व जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं और बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष के पद पर भी काम कर चुके हैं।प्रेम नगर का 2018 चुनाव देखे तो खेलसाय ने 15 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की थी।खेल साय को 66475 और भाजपा के विजय प्रताप सिंह को 51135 वोट मिले थे ।

अगला नंबर विधानसभा क्रमांक 5 भटगांव का है ।भटगांव सीट में भी कड़ी टक्कर है। भटगांव में भारतीय जनता पार्टी के लक्ष्मी राजवाड़े और कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े चुनावी मैदान में है। पारस 2013 से 2018 तक दो बार के विधायक हैं। वही लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार विधानसभा चुनाव लडेगी। श्रीमती राजवाड़े सूरजपुर जिला पंचायत सदस्य हैं और सूरजपुर मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी हैं। उनके पति ठाकुर राजवाड़े ग्राम पंचायत में सचिव है।2018 के चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े ने 15 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी। बता दें कि पारस राजवाड़े को 74623 वोट और भाजपा से रजनी रविशंकर त्रिपाठी को 58889 वोट मिले थे ।

विधानसभा क्रमांक 6 प्रतापपुर में भी कड़ी टक्कर है । यहां कांग्रेस के राजकुमारी मरावी और भारतीय जनता पार्टी से शकुंतला सिंह पोर्ते उम्मीदवार हैं। राजकुमारी मरावी वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं श्रीमती मरावी प्रतापपुर क्षेत्र से पहले भी जिला पंचायत सदस्य रही है ।वह पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही है। वहीं भारतीय जनता पार्टी की शकुंतला सिंह वकील है उनके पति आरक्षक हैं। 2003 से श्रीमती पोर्ते भाजपा में सक्रिय हैं। महिला मोर्चा मंडल की अध्यक्ष के पद पर भी काम की है।

प्रतापपुर के 2018 चुनाव में प्रेमसाय सिंह टेकाम 44000 से अधिक मतों से जीते। डॉ प्रेमसाय सिंह 2018 में निर्वाचित कांग्रेस सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री भी रहे।

अगली विधानसभा है रामानुजगंज।इस सीट से कांग्रेस ने अजय तिर्की और भारतीय जनता पार्टी ने रामविचार नेताम को टिकट दी है । रामानुजगंज सीट में बीजेपी को बढ़त है। रामानुजगंज से कांग्रेस के प्रत्याशी अजय तिर्की पेशे से डॉ हैं। इन्होंने अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज मे सेवाएं दी हैं और 2014 में नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। नगर निगम के महापौर पद पर काम कर 2019 में दोबारा नियर निर्वाचित हुए थे। वही भारतीय जनता पार्टी के राम विचार नेताम छत्तीसगढ़ में पूर्व मंत्री रह चुके हैं ।1990 में नेताम पहली बार विधायक बने थे। 1993 ,1998 2003 और 2008 में पांचवीं बार निर्वाचित हुए और 2015 में राज्यसभा सांसद भी बने।

2018 के चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के बृहस्पति सिंह ने बत्तीस हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी। बृहस्पति को 64580 और भाजपा के रामकिशून सिंह को 31664 वोट मिले थे।

 अगला नंबर विधानसभा क्रमांक 8 सामरी का है। सामरी सीट में भी कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। उम्मीदवार पर नजर डालें तो कांग्रेस ने विजय पैकरा और भारतीय जनता पार्टी ने उधेश्वरी पैकरा को उम्मीदवार बनाया है। 2018 में इस सीट से कांग्रेस के चिंतामणि महाराज ने इक्कीस हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के प्रत्याशी विजय पैकरा वर्तमान में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं। जनपद सदस्य । भुवनेश्वरपुर के दो बार सरपंच रह चुके हैं ।वह जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे ।वहीं भारतीय जनता पार्टी की उद्धेश्वरी वर्तमान में भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। जिला पंचायत सदस्य। उनके पति सिद्धनाथ दो बार के विधायक रहे हैं।

 विधानसभा नंबर 9 लुण्ड्रा से कांग्रेस को बढ़त है । इस सीट से कांग्रेस ने प्रीतम राम और भाजपा ने प्रबोध मिंज में को टिकट दी है। कांग्रेस के डॉक्टर प्रीतम राम वर्तमान में विधायक हैं और इसीलिए एमएससी के अध्यक्ष 2013 में भी विधायक निर्वाचित हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रबोध मिंज 2003 में अंबिकापुर नगर निगम महापौर बने।2018 में प्रीतम राम ने बाइस हजार से अधिक मतों से जीत हासिल की थी।उन्होंने बीजेपी के विजायनाथ को शिकस्त दी।

 विधानसभा क्रमांक 10 जो की अंबिकापुर प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीट है ।यहां से कांग्रेस के TS सिंहदेव और बीजेपी से राजेश अग्रवाल चुनावी मैदान में है। कांग्रेस के उम्मीदवार TS सिंह देव छत्तीसगढ़ के वर्तमान उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री हैं। TS सिंहदेव 2013 से 2018 तक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। साथ ही कांग्रेस सेंट्रल इलेक्शन कमेटी के सदस्य। वहीं भारतीय जनता पार्टी के राजेश अग्रवाल वर्तमान में भाजपा के जिला कार्य समिति सदस्य हैं।2014 में नगर पंचायत अध्यक्ष बने।वे 2017 ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। विधानसभा नंबर 10 अंबिकापुर सीट में कांग्रेस को बढ़त है। 2018 के चुनाव में TS बाबा ने 39624 से जीत हासिल की थी ।उन्होंने भाजपा के अनुराग सिंह देव को हराया था।

विधानसभा नंबर 11 सीतापुर में भारतीय जनता पार्टी आगे है। सीतापुर विधानसभा से कांग्रेस ने अमरजीत भगत को और भारतीय जनता पार्टी ने रामकुमार टोप्पो को टिकट दी है। कांग्रेस के अमरजीत भगत वर्तमान में खाद्य मंत्री है। अमरजीत मध्यप्रदेश में युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे। 2003 से 2018 तक के चार बार के विधायक हैं ।भारतीय जनता पार्टी के रामकुमार टोप्पो पहली बार चुनाव लड़ेंगे। रामकुमार CRPF की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए ।उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पुलिस मेडल फॉर गैलंट्री अवॉर्ड भी मिला है।


 2018 के चुनाव में अमरजीत भगत ने 36 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी।

 विधानसभा क्रमांक 12 जशपुर। जशपुर सीट में भी कांग्रेस को बढ़त है। जशपुर में कांग्रेस के विनय कुमार भगत और भारतीय जनता पार्टी से राय मुनि भगत उम्मीदवार हैं। विनय कुमार भगत वर्तमान में विधायक हैं। श्री भगत 2013 में कांग्रेस के जिला महामंत्री रहे। विनय कुमार दूसरी कुमार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। भारतीय जनता पार्टी की रायमुनि भगत महिला मोर्चा जिला प्रदेश उपाध्यक्ष। पार्टी में लंबे समय से उनकी सक्रियता रही है ।जिला पंचायत अध्यक्ष है। 2018 के चुनाव में एक सीट से विनय कुमार भगत ने आठ से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी।

 अगली विधानसभा कुनकुरी है जो की विधानसभा क्रमांक 13 है। कुनकुरी सीट से कांग्रेस आगे है। UD मिंज कांग्रेस के उम्मीदवार है और विष्णु देव साय भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। श्री मिंज वर्तमान में विधायक है ।2005 से 2010 जनपद पंचायत कुनकुरी अध्यक्ष रह चुके हैं। साथ ही संसदीय सचिव की जिम्मेदारी भी संभाले हैं। भारतीय जनता पार्टी के विष्णुदेव साय मोदी कैबिनेट में केंद्रीय राज्य मंत्री रहे। विष्णु देव 1990 में पहली बार विधायक बने। छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।2018 के चुनाव में UD मिंज को 4293 मतों से जीत मिली थी।

विधान सभा नंबर 14 पत्थलगांव। पत्थलगांव सीट में कड़ी टक्कर देखी जा रही है। पत्थलगांव में कांग्रेस के राम पुकार सिंह और भाजपा गोमती साय को टिकट दिया है। रामपुकार सिंह 1956 से 1958 तक शिक्षक कार्य में संलग्न रहे । 1977 मे पहली बार विधायक बने ।सन 2000 में खनिज साधन और जनसंपर्क विभाग के मंत्री रह चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी की गोमती साय, लोकसभा सांसद और बीजेपी की कद्दावर नेत्री है। जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी है।पार्टी में लंबे समय से सक्रिय है। 2018 के चुनाव में राम पुकार सिंह ने 36 हजार से अधिक वोट से जीत दर्ज की थी। राम पुकार सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के शिव शंकर को मात दी थी।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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