पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाओं ने रखा वट-सावित्री व्रत

Shri Mi
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रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी) महिलाओं ने पूजा में सर्वप्रथम जल, मौली, रोली, कच्चा सूत, भीगा चना, फूल व धूप चढ़ाया। किसी ने वटवृक्ष के तने पर 7 से 13 फेरी और पीपल वृक्ष के तने पर 113 बार कच्चे सूत से परिक्रमा कर पूजा का फल प्राप्त किया। सनातन धर्म को मानने वाली महिलाओं के लिए वट सावित्री व्रत और सोमवती अमावस्या का व्रत विशेष महत्वपूर्ण होता है। कन्हर नदी के तट पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर घाट पर स्थित वटवृक्ष के नीचे वट-सावित्री पर्व पर सुहागिनों ने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखा। सामूहिक रूप से वट वृक्ष की पूजा की। पति की लंबी आयु की प्रार्थना की। पंडितों ने विधि विधान से पूजा संपन्न कराई। वट-सावित्री पर्व के चलते मंदिरों में खासी रौनक रही। मंदिरों में दोपहर बाद तक महिलाओं के पहुंचने का सिलसिला जारी था।

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वट-सावित्री व्रत के लिए नव विवाहिताओं में भी उत्साह देखने को मिला। महिलाएं सजधज कर मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए पहुंची थीं। श्रीमती नीता दुबे, श्रीमती पूनम गुप्ता, श्रीमती पूजा गुप्ता, श्रीमती बबीता गुप्ता, श्रीमती सरोज गुप्ता एवं अन्य महिलाओं ने पति की लंबी आयु और सुखी जीवन की कामना की।

भक्तों ने मनाई शनि जन्मोत्सव

ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष में अमावस्या तिथि के दिन शनि जन्म महोत्सव मनाया जाता है इस वर्ष सोमवती अमावस्या वट अमावस्या व्रत भी साथ में होने से अद्भुत संयोग बनने के कारण लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। क्योंकि रामानुजगंज में शनि मंदिर नहीं होने के कारण भक्तों ने पीपल वृक्ष के नीचे एवं अपने घरों पर न्याय के देवता भगवान शनिदेव का पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। मान्यता है कि भगवान शनि देव के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए उनके जन्मदिवस पर की गई पूजा अर्चना से काफी राहत मिलती है वैसे तो कर्मफल दाता भगवान शनि देव प्रत्येक मनुष्य को उनके कर्मों के अनुसार ही फल प्रदान करते हैं। शौरी मन्द शनि दस नामा भानुपुत्र पूजहि सब कमा,पीपल जल शनि दिवस चढ़ावत दिप दान दय बहु सुख पावत,कहत राम सुंदर प्रभु दसा शनि सुमिरत सुख होत प्रकाशा…।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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